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'अब शायद भूख से मर जाएं'

१३ नवम्बर २०१३

फिलीपींस में तूफान के बाद के बादल छंट गए हैं. राहतकर्मियों ने प्रभावित इलाकों में काम शुरू कर दिया है और पूरे इलाके में साफ सफाई की जा रही है. लेकिन पांच दिन से बुरे हालात में रह रहे लोगों का सब्र टूट रहा है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

सैकड़ों लोग तूफान प्रभावित इलाकों से बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं. नौसेना की डॉक्टर एमिली चांग के मुताबिक, "सभी लोग परेशान हैं. वो कह रहे हैं कि उनके पास न खाना है न पानी. वो यहां से जाना चाहते हैं. हम सभी का इलाज कर रहे हैं लेकिन उपकरणों के बिना हम ज्यादा नहीं कर सकते." हालांकि मनीला में राहत सामग्री की पहली खेप पहुंच चुकी है.

बिजली के तार पर लटक कर सुरक्षित जगह पहुंची एंजेलीन कोनचास कहती हैं, "हम यहां तीन दिन से हैं लेकिन अभी भी किसी विमान में जगह नहीं मिली है." सात साल की लड़की के साथ हवाई अड्डे पर खड़ी एंजेलीन का परिवार दूसरी मंजिल पर अटक गया था, पानी वहां तक चढ़ गया था. इसके बाद बिजली के तार के सहारे वो और ऊंची इमारत तक पहुंचीं. वो कहती हैं, "अच्छा था कि बिजली कटी हुई थी वर्ना हम सब मारे गए होते. वहां से तो हम बच गए लेकिन अब हम शायद भूख से मर जाएंगे."

Philippinen Taifun Zerstörung
साफ पानी और खाने की भारी कमीतस्वीर: picture-alliance/dpa

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि एक करोड़ 13 लाख लोग तूफान से प्रभावित हैं और करीब सात लाख लोग बेघर हैं.

चावल के लिए मारा मारी

रास्ते टूटे हुए और उड़ानें गिनी चुनी. ताकलोबान से 17 किलोमीटर दूर अलांगअलांग शहर में चावल की सरकारी दुकान की ओर जाने में मची अफरातफरी में आठ लोग मारे गए. राष्ट्रीय खाद्य अधिनियम के प्रवक्ता रेक्स एस्टोपेरेज ने बताया, "हमारे भंडार की एक दीवार गिर गई और आठ लोग दब कर वहीं मारे गए."

चावल के 33,000 बोरे लूट लिए गए. हर बोरी में 50 किलो चावल है. वीडियो फुटेज के मुताबिक ताकलोबान में लुटेरों को भगाने के लिए हवा में गोलियां भी चलाई गईं. अब घर लूटे जा रहे हैं क्योंकि भंडारगृह खाली हो चुके हैं. पीने के पानी की भी भारी कमी है.

38 साल के क्रिस्टोफर डोरानो बताते हैं, "हमने जमीन के नीचे पाइप ढूंढा जिसे हमने फोड़ दिया है. हमें नहीं पता कि पानी अच्छा है या नहीं, इसे उबालने की जरूरत है. लेकिन कम से कम हमारे पास कुछ तो है. यहां कई लोग मर गए हैं."

Philippinen Taifun Zerstörung
धीमी राहततस्वीर: Reuters

मृतकों के आंकड़े

तूफान से बचे लोग पांच दिन से किसी तरह जीने का सामान जुटा रहे हैं. इस दौरान लूटपाट और मारामारी की घटनाएं भी हो रही हैं. फिलिपींस के राष्ट्रपति बेनिक्नो अकीनो ने एक अमेरिकी चैनल को इंटरव्यू में कहा, "10000 बहुत ज्यादा हैं. इस अंदाजे में काफी भावनात्मक मामला भी जुड़ा हुआ है. हम छूटे हुए 29 नगर निगम इलाकों से संपर्क की कोशिश में हैं. हमें अभी आंकड़ों की पुष्टि करनी है, खास कर लापता लोगों की. लेकिन अभी तक मृतकों का आंकड़ा दो से ढाई हजार है. हम इस पर काम कर रहे हैं." अकीनो ने सरकार के राहत कार्यों का बचाव करते हुए कहा कि सरकार तूफान प्रभावित इलाकों से जानकारी इकट्ठा कर रही है. कई सहायताकर्मियों ने राष्ट्रपति के इस बयान की आलोचना की है.

गूगल ने लापता लोगों की जानकारी के लिए जो वेबसाइट बनाई है. उसके मुताबिक फिलहाल 65,000 लोगों का पता नहीं हैं. लेकिन गूगल ने कहा है कि इन आंकड़ों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाए क्योंकि जापान सूनामी के दौरान इसी तरह की वेबसाइट बनाई गई थी जिसमें छह लाख लापता थे लेकिन मृतकों की संख्या आखिर में 20,000 तक ही पहुंची थी.

ताकलोबान में डॉक्टर शिविरों में लोगों का इलाज कर रहे हैं लेकिन यहां भी खाने और साफ सफाई की कमी है. मारिसेल क्रूज शहर के एक अस्पताल में अपने पांच महीने के मृत बच्चे को गोद में लिए बैठी थीं. उन्होंने बताया कि उनका बच्चा तूफान से पहले ही बीमार था. बाद में वो दवाई के लिए अस्पताल पहुंचीं लेकिन दवाई थी ही नहीं. वो कहती हैं, "ऐसा लगता है जैसे मेरा दिमाग काम करना बंद कर रहा है. मैं सोचती रहती हूं कि मैं कैसे अपनी मुश्किलें हल करूं. हम घर जाना चाहते हैं. हम बस घर जाना चाहते हैं."

रिपोर्टः आभा मोंढे (रॉयटर्स, एएफपी)

संपादनः अनवर जे अशरफ

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