दोहरी शुभकामनाएं
१६ अगस्त २०१०हम उन सभी श्रोताओं का धन्यवाद करते हैं जिन जिन ने हमें शुभकामनाएं भेजी और उन्हें भी डॉयचे वेले हिंदी टीम की ओर से बहुत बधाई . हम कुछ एक श्रोताओं के नाम ही अपनी वेबसाइट पर डाल पा रहे हैः
रवि सेठिया, रतलाम, मध्य प्रदेश
पृथ्वीराज पुत्कयास्थ, जोरहट, असम
डॉ.भूपेन्द्र, रीवा, मध्य प्रदेश
मनमोहन सिंह
डी.पी.पनिहर, गांव शेइख्पुर, हंसी, हिसार
डा. हेमंत कुमार, भागलपुर, बिहार
पी.वी.रमन्ना राव, डीडब्ल्यू लिसनर्स क्लब, हैदराबाद
कुमार जय बर्धन, मोती रेडियो लिसनर्स क्लब, वैशाली, बिहार
हीरालाल प्रसाद सोनी, सरन रेडियो श्रोता संघ, छपरा, बिहार
नसरीन बेगम, गांव गंगापुर, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल
जीउराज बसुमतारी, गांव पिरकता, सोनितपुर, असम
चुन्नीलाल कैवर्त, ग्रीन पीस डीएक्स क्लब, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
डॉ. एसएस भट्टाचार्य, चेतक रेडियो लिस्नर्स क्लब, मिदनापुर, पश्चिम बंगाल
मो. सलीम अंसारी, हिंद स्टार रेडियो लिसनर्स, मुबारकपुर, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
फतेहपुर-शेखावाटी, राजस्थान से प्रमोद महेश्वरी ने इन खुशियों को कविता का रूप दे दिया हैः
हिंदी सेवा की वर्षगांठ पर खुशियां द्विगुणित हुई
हमने पाया जब से साथ तुम्हारा, दो दो खुशियां लेकर आता स्वाधीनता का पर्व ये प्यारा.
परम मित्र का जन्मदिवस है स्वाधीनता का दिवस हमारा,
जब से साथ मिला है उसका मन में फैला है उजियारा.
कानों में मधुरस घोले है उसकी कोकिल कंठी बोली,
ज्ञान खजाना लुटा रहा नित मेरा हमदम ये हमजोली.
छियालीस परिक्रमा पूरी करता सूरज की ये मेरा मीत,
नित्य नए शिखरों को छूता बढा़ रहा आपस में प्रीत.
तुम्हें मुबारक जन्मदिवस और हमको आज़ादी त्यौहार,
खुशियां ही खुशियां जीवन में जब तक मिलता है ये प्यार.
रिपोर्टः विनोद चढ्डा
संपादनः आभा एम