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धोनी बोले, खिलाड़ी खुद रोकें भ्रष्टाचार

७ सितम्बर २०१०

टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी ने कहा है कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने की जिम्मेदारी खिलाड़ियों को लेनी होगी. स्पॉट फिक्सिंग कांड के मद्देनजर धोनी ने कहा कि आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी और सुरक्षा यूनिट ठीक कर रही है.

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धोनी का सबकतस्वीर: AP

भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, "यह जरूरी है कि खेल को साफ रखा जाए. निजी रूप से मैं मानता हूं कि यह हर किसी की जिम्मेदारी है. आपको रोकने या दिशा निर्देश देने के लिए किसी और की जरूरत ही नहीं पड़नी चाहिए. अगर आप अपने देश के लिए खेल रहे हैं तो आपको इस बात का गर्व होना चाहिए."

पिछले दिनों एक ब्रिटिश अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन में पाकिस्तान के तीन खिलाड़ियों सलमान बट, मोहम्मद आमेर और मोहम्मद आसिफ को स्पॉट फिक्सिंग में शामिल बताया गया. स्कॉटलैंड यार्ड मामले की छानबीन कर रही है. वहीं आईसीसी ने इन तीनों खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया है.

इस बीच आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी और सुरक्षा यूनिट पर भी अपना काम सही से न करने के आरोप लग रहे हैं. लेकिन दक्षिण अफ्रीका में शुक्रवार से शुरू हो रही चैंपियंस लीग ट्वेंटी20 खेलने अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ पहुंचे धोनी कहते हैं, "जहां तक भ्रष्टाचार यूनिट और इसके काम करने की बात है तो मुझे लगता है कि वे लोग सही तरह से काम कर रहे हैं." धोनी के मुताबिक अगर इस यूनिट को और ज्यादा अधिकार दिए गए तो फिर इससे खिलाड़ियों के मानवाधिकारों पर असर पड़ सकता है. खासकर पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) आईसीसी की इस यूनिट को निशाना बना रहा है. उसका कहना है कि बिना ठोस सबूतों से आईसीसी ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को निलंबित करके अपने ही नियमों की अनदेखी की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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