नस्लभेद का शिकार हुए सितारे
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा तक हर क्षेत्र में ऐसे लोग हैं जो जीवन में कभी न कभी नस्लभेदी टिप्पणियों का शिकार हुए हैं. इनमें क्रिकेट और फुटबॉल के खिलाड़ी भी शामिल हैं.
अगस्त 2009 में न्यूयॉर्क के लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शाहरुख खान को उनके नाम के कारण रोक लिया गया. उनका नाम कंप्यूटर में अलर्ट लिस्ट में आ गया था.
भारतीय मूल की नीना दावुलुरी को 2013 में जब मिस अमेरिका का खिताब मिला तो कई लोगों ने हिंदू धर्म को मानने वाली नीना को अरब आतंकवादियों जैसी दिखने वाली बताया. ट्वीटर के एक यूजर कार्ल शैरो ने कहा, "अल कायदा ने उदारवादी जजों को प्रभावित कर दिया."
2008 में बिग ब्रदर के दौरान जेड गुडी ने शिल्पा शेट्टी का इंडियन करी कह कर मजाक उड़ाया. इस टिप्पणी पर काफी हंगामा हुआ और जेड गुडी को माफी मांगनी पड़ी.
प्रियंका चोपड़ा ने कहा था कि उन्हें बॉस्टन में पढ़ाई के दौरान नस्लभेदी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा. उनके साथी छात्र उन्हें अक्सर ब्राउनी कहते थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से पहले बराक ओबामा अमेरिकी सड़कों पर एक सामान्य अश्वेत व्यक्ति थे. उन्होंने आत्मकथा 'द ऑडेसिटी ऑफ होप' में लिखा है कि कैसे शॉपिंग के दौरान दुकानों में चौकीदार उनके पीछे घूमते थे.
2008 में सिडनी टेस्ट में एंड्रयू साइमंड्स ने आरोप लगाया था कि हरभजन सिंह ने उन्हें "मंकी" कहा जिसके बाद मैच रेफरी माइक प्रॉक्टर ने हरभजन पर तीन मैच की पाबंदी लगाई.