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उत्तर कोरिया से युद्ध की संभावना से अमेरिका का इनकार

१४ अगस्त २०१७

अमेरिका-उत्तर कोरिया विवाद पर अमेरिकी उच्च रक्षा अधिकारियों का कहना है कि उत्तर कोरिया से हाल फिलहाल में कोई जंग नहीं होने जा रही. लेकिन साथ ही चेताया कि पिछले दशक की तुलना में इसकी संभावना तो कई गुना ज्यादा बढ़ी ही है.

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USA Mike Pompeo
तस्वीर: Getty Images/AFP/S. Loeb

अमेरिका की केंद्रीय गुप्तचर संस्था, सीआईए के निदेशक माइक पोंपियो और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने इस बात का भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि उत्तर कोरिया के साथ अमेरिका का विवाद नजरअंदाज करने लायक है. दोनों ने ही उत्तर कोरिया पर राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की कड़ी बयानबाजी का समर्थन भी किया. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित कर रहा है, ऐसे में अमेरिका और उसके साथी देश चुपचाप देखते नहीं रह सकते. 

सेना प्रमुख मैकमास्टर ने कहा कि हाल फिलहाल में युद्ध होने की स्थिति नहीं बन रही है लेकिन पिछले दशक के मुकाबले इसकी संभावना बेशक ज्यादा है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो ट्रंप प्रशासन उत्तर कोरिया से सामना करने के लिए हर तरह से तैयार है. मैकमास्टर ने ट्रंप की ही चेतावनी को दोहराते हुए कहा कि अमेरिकी सेना हर दिन तैयार है.

जब पोंपियो से पूछा गया कि दोनों देशों के बीच बढ़ते विवाद से लोगों को कितना डरना चाहिए तो उन्होंने कहा कि हाल फिलहाल के दिनों में कुछ भी नहीं होने वाला है.

उन्होंने कहा, "अमेरिका को उत्तर कोरिया के इरादों के बारे में ठीक ठीक अंदाजा है. हम उत्तर कोरिया को लेकर बिल्कुल धैर्य नहीं रखेंगे क्योंकि इसी वजह से वह मिसाइल बना सका है."

अमेरिका के उच्च सेना अधिकारी जोसेफ डुनफोर्ड दक्षिण कोरिया, जापान और चीन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि वे भांपना चाहते हैं कि उस क्षेत्र में कैसा माहौल है. डुनफोर्ड ने कहा, "हम सब इस स्थिति से बिना किसी युद्ध के बाहर निकलना चाहते हैं."

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ट्रंप से टेलीफोन पर हुई हालिया बातचीत में ट्रंप को ठंडे दिमाग से काम लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को ऐसी बातों और ऐसी चालों से बचना चाहिए जो स्थिति को और बिगाड़ सकती हैं.

चीनी राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर तब बात की, जब हाल ही में उत्तर कोरिया को लेकर ट्रंप मे कहा कि उनकी बंदूकें हमेशा "भरी हुई और तैयार" हैं. ट्रंप को कोशिश रही है कि चीन उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियार बनाने का कार्यक्रम बंद करने का दबाव बनाये. चीन उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा सहयोगी है लेकिन उसका कहना है कि वह अकेला उसे परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है.

व्हाइट हाउस ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि ट्रंप और शी दोनों इस बात पर सहमत हैं कि उत्तर कोरिया को अपने उत्तेजक और आकस्मिक व्यवहार को बंद करना चाहिए. इस बयान में यह भी कहा गया था कि दोनों देश इस बात पर प्रतिबद्ध हैं कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त रखा जाएगा.

एसएस/आरपी(एपी)