1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

नाराज भारत ने अमेरिकी राजनयिक को तलब किया

११ दिसम्बर २०१०

अमेरिका ने भले ही राजदूत मीरा शंकर की तलाशी के मामले में अफसोस जाहिर कर दिया है लेकिन भारत अब भी नाराज है. शनिवार को उसने अमेरिकी राजनयिक को तलब किया और विरोध जताया.

https://p.dw.com/p/QW1G
मीरा शंकरतस्वीर: Picture-Alliance/dpa

भारतीय विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अमेरिका) जावेद अशरफ ने अमेरिकी दूतावास के उप प्रमुख डोनाल्ड लू को बुलाया और भारत का सख्त विरोध जाहिर किया. 4 दिसंबर को मिसीसिपी एयरपोर्ट पर भारतीय राजदूत मीरा शंकर की तलाशी ली गई जबकि उन्होंने बताया था कि वह राजनयिक हैं.

सूत्रों के मुताबिक अशरफ ने लू को बताया कि अमेरिकी अफसरों की कार्रवाई सामान्य राजनयिक व्यवहार के विरुद्ध थी और भारत अमेरिका संबंधों के मुताबिक नहीं थी. अशरफ ने भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा की प्रतिक्रिया भी अमेरिकी राजनयिक को बताई. कृष्णा ने इसे अस्वीकार्य कहा था.

अशरफ ने लू से कहा, "भारतीय मिशन ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सारे नियमों का पालन किया था. इसके बावजूद अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें (मीरा शंकर) अलग से ले जाकर तलाशी ली. उन्होंने अपनी राजनयिक पहचान भी जाहिर की लेकिन फिर भी उन्हें सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा. और हमें बताया गया है कि इसकी वजह उनकी पोशाक साड़ी थी."

अशरफ ने कहा, "हम इस बात को समझते हैं कि हर देश का अपना सुरक्षा ढांचा होता है और हम इसका सम्मान भी करते हैं. लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि हमारे राजनयिकों और राजदूतों को सामान्य राजनयिक अधिकार मिलें."

अशरफ ने साफ कर दिया कि इस तरह की घटनाएं भारत को भी अपने यहां दिए गए राजनयिक अधिकारों के बारे में सोचने पर मजबूर करती हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें