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नोबेल समारोह में जाएगा भारत

९ दिसम्बर २०१०

भारत ने चीन सरकार के विरोधी लिऊ शियाओबो को दिए जाने वाले नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में हिस्सा लेने का फैसला किया है. चीन ने सभी देशों से शुक्रवार को ओस्लो में होने वाले इस समारोह का बहिष्कार करने की अपील की है.

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लिऊ शियाओबो का सम्मानतस्वीर: AP/Kyodo News

नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि नोबेल पुरस्कार समारोह में भारत के हिस्सा लेने से दोतरफा रिश्तों पर असर नहीं होगा. भारत उन 44 देशों में शामिल हैं जिन्होंने समारोह में जाने की पुष्टि की है. वहीं पाकिस्तान, रूस, कजाखस्तान, कोलंबिया, ट्यूनिशिया, सऊदी अरब, सर्बिया, इराक, इरान, वियतनाम और अफगानिस्तान समेत 19 देशों ने समारोह से अलग रहने का फैसला किया है.

भारत ने कहा है कि वह उसी तरह नोबेल पुरस्कार समारोह में शामिल होगा जिस तरह पहले होता रहा है. नोबेल कमिटी स्टाफ के सचिव टोरिल जोहानसेन ने कहा, "नॉर्वे के लिए भारत के राजदूत ने 2008 और 2009 में समारोह में हिस्सा लिया. इस साल भी राजदूत बेनित रॉय ने समारोह में हिस्सेदारी की पुष्टि की है."

ओस्लो में यह समारोह चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के भारत दौर से ठीक पांच दिन पहले हो रहा है. चीन ने यह कहते हुए शियाओबो को नोबेल शांति पुरस्कार देने का विरोध किया कि वह एक अपराधी हैं जिन्हें चीनी कानून का उल्लंघन करने के लिए देश की न्याय व्यवस्था ने सजा दी है. लोकतंत्र समर्थक लिऊ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के आरोप में 11 साल जेल की सजा काट रहे हैं. वह कम्युनिस्ट चीन में बहुदलीय शासन व्यवस्था चाहते हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल

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