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पटना धमाकों के आरोपी गिरफ्तार

२८ अक्टूबर २०१३

पटना में नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली के दौरान हुए सिलसिलेवार धमाकों के आरोप में बिहार में कुछ संदिग्ध पकड़े गए हैं. पुलिस को शक है कि धमाके इंडियन मुजाहिद्दीन ने किये, लेकिन धमाकों के धुएं से राजनीति की भी गंध आ रही है.

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तस्वीर: picture-alliance/AP Photo

बिहार पुलिस का दावा है कि उसने पटना धमाकों के दो आरोपियों की गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. पुलिस का दावा है कि उसे संदिग्धों के पास से प्रेशर कुकर, चरमपंथी साहित्य, विस्फोटक और आईईडी बनाने वाली दूसरी चीजें बरामद की हैं.

रविवार के धमाकों के बाद बिहार के अलावा झारखंड में भी छापे मारे गए. झारखंड पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) एसएन प्रधान ने राज्य में हाई अलर्ट का एलान किया. प्रधान ने कहा कि पटना धमाकों के आरोपियों के राज्य में होने की खबर है.

रविवार को पटना के गांधी मैदान में हुए सिलसिलेवार धमाकों में छह लोगों की मौत हो गई और 83 लोग घायल हुए. सोमवार को पटना मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट अमरकंठ झा ने कहा, "कल देर रात सभा स्थल पर एक और शव मिला, इसे मिलाकर मृतकों की संख्या छह हो चुकी है. "

सात धमाके बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से ठीक पहले हुए. धमाके देसी बमों से किये गए. बिहार पुलिस के मुताबिक रैली स्थल के पास छह संदिग्धों ने इन बमों को फिट किया और टाइमर सेट किया.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धमाकों के पीछे किसी राजनीतिक साजिश से इनकार किया है. रविवार को नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य की तरफ से सुरक्षा संबंधी कदम उठाने कोई लापरवाही नहीं की गई. आरोप लग रहे हैं कि नीतीश सरकार ने मोदी की रैली के प्रति कुछ ज्यादा ही उदासीनता दिखाई. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी का आरोप हैं कि, "धमाकों का एक कारण यह भी हो सकता है कि मोदी की रैली को प्रभावित किया जाए. अप्रत्यक्ष रूप से सरकार भी इसका हिस्सा हो सकती है."

बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने बीजेपी के साथ आठ साल तक गठबंधन सरकार चलाई. इस दौरान नीतीश ने बिहार में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार के लिए भी नहीं आने दिया. लेकिन इस साल जब बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीद्वार बनाया तो नीतीश नाराज हो गए. उन्होंने बीजेपी और एनडीए से 17 साल पुराना संबंध तोड़ दिया.

ओएसजे/एनआर (पीटीआई, एपी)

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