1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

पहले बलात्कार, फिर कोड़ों की सजा

८ मई २०१४

इंडोनेशिया में आठ लोगों ने एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया. बाद में इस्लामी पुलिस ने उसी महिला को कोड़े मारे जाने का हुकुम दे दिया.

https://p.dw.com/p/1Bvc7
तस्वीर: Fotolia/fotandy

25 साल की इस युवती का कुसूर यह है कि उसके किसी व्यक्ति के साथ संबंध हैं. पति के मौत के बाद उसे किसी से प्यार हो गया. लेकिन जब इस प्यार की खबर फैली तो उसे सजा देने के लिए आठ लोग उसके घर पहुंच गए. सबक सिखाने के लिए आठों ने मिल कर उसका बलात्कार किया, उसके प्रेमी को बुरी तरह मारा पीटा और दोनों पर नाले का पानी फेंका.

शरिया कानून के अनुसार विवाह के बाहर किसी भी तरह के संबंध होना अपराध है. इसी अपराध के तहत इस जोड़े को इस्लामी पुलिस के पास ले जाया गया. आचे में शरिया कानून के प्रमुख इब्राहिम लतीफ ने मामला सुनने के बाद जोड़े को कुसूरवार पाया और दोनों को नौ नौ कोड़े मारे जाने की सजा सुनाई.

लतीफ ने बलात्कारियों की गलती भी मानी, पर साथ ही कहा कि जिस वक्त इस जोड़े पर हमला हुआ, दोनों कमरे में अकेले थे और यह शरिया कानून के खिलाफ है. लतीफ के अनुसार दोनों का एक साथ होना इस बात का सबूत है कि वे संबंध बनाने वाले थे, इसलिए उन्हें सजा मिलना जरूरी है.

24 करोड़ की संख्या के साथ इंडोनेशिया दुनिया का वह देश है जहां मुसलामानों की तादाद सबसे ज्यादा है. हालांकि इंडोनेशिया एक धर्मनिरपेक्ष देश है, लेकिन सुमात्रा के पास स्थित आचे प्रांत में शरिया कानून को मंजूरी है. देश में सबसे ज्यादा मुस्लिम यहीं रहते हैं. यह मामला आचे के एक गांव का है और यह भारत की खाप पंचायतों की याद दिलाता है.

अब इस मामले में स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप किया है और तीन बलात्कारियों को हिरासत में लिया है. तीनों से पूछताछ चल रही है और बाकी के पांच फिलहाल फरार है. गौरतलब है कि आरोपियों में से एक की उम्र महज 13 साल है. इंडोनेशिया में बलात्कार के मामले में 15 साल तक की कैद की सजा हो सकती है.

आईबी/एएम (एपी, डीपीए)