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पाकिस्तान, अफगानिस्तान में भारी तबाही

२७ अक्टूबर २०१५

पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सोमवार शाम आए भूकंप से बहुत तबाही हुई है. राहत और बचाव कर्मियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या 300 से कहीं ज्यादा हो सकती है.

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तस्वीर: Reuters/Parwiz

सोमवार शाम अफगानिस्तान में हिंदुकुश की पहाड़ियों में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया. इसके झटके सैकड़ों किलोमीटर दूर उत्तर भारत और नेपाल तक महसूस किये गए. लेकिन भूकंप ने सबसे ज्यादा तबाही उत्तरी अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मचाई. पाक अफगान सीमा से सटे इलाकों में सैकड़ों घर जमींदोज हो गए. भूकंप की मार झेलने वाले कबायली इलाकों में आधारभूत ढांचा पहले से ही कमजोर था, भूकंप ने उसे और बदत्तर बना दिया. कई जगहों पर सड़क मार्ग बंद हो चुके हैं. भूकंप के झटके बहुत देर तक महसूस किये गए.

पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के शहर पेशावर के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक सोमवार सुबह तक खैबर पख्तूनख्वाह के कोहिस्तान जिले से संपर्क नहीं हो सका है. वहां करीब 15 लाख लोग रहते हैं. अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "कोहिस्तान के अधिकारियों से किसी भी तरह का संपर्क नहीं हो पा रहा है. संचार साधन और सड़कें बाधित हैं, लिहाजा वहां कितना नुकसान हुआ है, इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते."

अब तक सबसे ज्यादा नुकसान की खबर खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत से ही आई है. आपदा प्रबंधन प्रशासन के मुताबिक पाकिस्तान में अब तक 228 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जिनमें 184 लोग खैबर पख्तूनख्वाह के हैं. 1,600 से ज्यादा घायल हैं. राहत और बचाव में जुटी पाकिस्तानी सेना घायलों को पेशावर और रावलपिंडी के अस्पतालों में ले जा रही है.

इस बीच तालिबान ने राहतकर्मियों से भूकंप प्रभावित इलाकों में आने की अपील की है. भूकंप प्रभावित इलाकों को तालिबान का गढ़ माना जाता है. तालिबान का कहना है कि वह राहतकर्मियों के साथ पूरी तरह सहयोग करेगा. अपनी वेबसाइट पर तालिबान ने एक बयान जारी कर कहा, "इस्लामिक अमीरात (तालिबान) सेवार्थ संगठनों से अपील करता है कि वे भूकंप पीड़ितों को छत, खान और मेडिकल मदद देने में पीछे न हटें. यह आदेश प्रभावित इलाकों के लिए मुजाहिद्दीनों के लिए भी है कि वे पीड़ितों और मददगारों की भी मदद करें." अफगानिस्तान में अब तक कम से कम 76 लोगों की जान गई है.

ओएसजे/आईबी (एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)