1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

16 साल की लड़की को जिंदा जलाया

६ मई २०१६

पाकिस्तान में एक 16 साल की लड़की को इसलिए जिंदा जला दिया गया क्योंकि उसने गांव की एक लड़की की अपने प्रेमी के साथ भागने में मदद की.

https://p.dw.com/p/1IjBv
तस्वीर: NICOLAS ASFOURI/AFP/Getty Images

ऑनर किलिंग के मामले सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि पड़ोसी देशों बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी हालात काफी बुरे हैं. ताजा घटना पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से महज 50 किलोमीटर की दूरी पर हुई है. डोंगा गली गांव के लोगों को जब पड़ोस के मकोल गांव की एक लड़की के वहां से भाग जाने का पता चला, तो वे लड़की को तो वापस नहीं ला पाए लेकिन यह जरूर पता कर लिया कि उन्हीं के गांव की एक लड़की ने उसकी भागने में मदद की थी.

भारत की पंचायत की तरह पाकिस्तान में जिरगा होता है, जो गांवों में फैसले लेता है. हालांकि इन फैसलों को किसी भी रूप में कानूनी मान्यता नहीं है. लेकिन गांव के बड़े बुजुर्गों का इसमें होना, फैसला सुनाने और उसे अमल में लाने के लिए काफी होता है. जिरगा इस नतीजे पर पहुंचा कि गांव की किसी लड़की का वहां से भाग जाना, पूरे गांव की इज्जत को मिट्टी में मिलाने जैसा है और जिसने भी ऐसा करने में मदद की है, उसे सजा दी जानी चाहिए. ऐसे में एक 16 साल की लड़की को जिम्मेदार बताया गया. उसे गांव से बाहर ले जा कर नशीली दवा का इंजेक्शन दिया गया. बेहोश करने के बाद उसका गला घोंटा गया और फिर हाथ बांध कर गांव के ही एक व्यक्ति की वैन में बिठा कर, पेट्रोल छिड़क कर उसे आग लगा दी गयी. पुलिस के अनुसार इसी वैन में लड़की गांव से भागी थी. यही वजह है कि वैन को भी आग लगाने का फैसला सुनाया गया.

जिला पुलिस प्रमुख सैयद वजीर ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इस मामले में अब तक 15 गिरफ्तारियां की गयी हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में मारी गयी लड़की की मां और भाई भी शामिल हैं, जो कथित रूप से हत्या के दौरान वहां मौजूद थे. पुलिस के अनुसार उन्होंने जिरगा की सजा को स्वीकारा और लड़की को बचाने की कोई कोशिश नहीं की. सैयद वजीर ने इस हत्या के बारे में कहा, "मैंने अपनी पूरी जिंदगी में किसी पर इतना बर्बर हमला नहीं देखा था."

पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के अनुसार पाकिस्तान में पिछले साल ऑनर किलिंग के 500 मामले सामने आए. अधिकतर मामलों में रिश्तेदारों ने ही लड़के लड़की की हत्या की क्योंकि खानदान की इज्जत का सवाल था. लेकिन ऐसा कम ही देखने को मिला है कि प्यार करने वालों की मदद करने वाले को ही मौत के घाट उतार दिया गया हो.

इसके अलावा पाकिस्तान के कानून में ऐसा भी प्रावधान है जिसके तहत हत्यारों को माफ किया जा सकता है. यह कानून फिलहाल देश में विवाद का मुद्दा है और इसे बदलने पर बहस जारी है.

आईबी/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)