1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

टीवी देखकर वक्त बिताते पोप

११ फ़रवरी २०१४

एक साल पहले जब पोप बेनेडिक्ट 16वें ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी, तो दुनिया हैरान रह गई. अब पूर्व पोप पियानो बजाकर और पैदल घूम कर खुश हैं.

https://p.dw.com/p/1B6Kb
तस्वीर: Reuters

अब पोप रिटायर्ड जीवन का आनंद ले रहे हैं. वह दुनिया के सामने नहीं हैं और सारा फोकस मौजूदा पोप पर है. बेनेडिक्ट के निजी सचिव रहे मोनसिग्नोर जॉर्ज गैंसवाइन ने इतालवी अखबार ला रिपब्लिका को बताया कि ऑफिस के दबाव से अलग हो कर राट्जिंगर "फिर तरोताजा हो गए हैं."

16 अप्रैल को राट्जिंगर 87 साल के होने वाले हैं. पोप के तौर पर आठ साल के करियर में उन्हें कई स्कैंडलों को सहन करना पड़ा. इनमें कैथोलिक चर्च में बाल यौन शोषण और वैटीलीक्स मामला शामिल हैं.

अब वह पियानो पर मोजार्ट, बाख और बीथोफेन की धुनें बजाते हैं. अपना समय पैदल घूम कर, अखबार पढ़ कर और शाम की खबरें सुन कर बिताते हैं. कभी कभी अतिथि भी उनके यहां आते हैं. साथ ही अपने पसंदीदा काम धर्मशास्त्र की पढ़ाई भी वह अक्सर करते रहते हैं और प्रार्थना सभा में मौजूद रहते हैं. कार्डिनल टार्सिसियो बैर्टोन का कहना है कि वह अक्सर पोप से फोन पर बातचीत करते हैं. "26 दिसंबर को जब हम मिले तो वह एकदम अच्छी स्थिति में थे. एकदम शार्प और हमेशा सतर्क. उनकी याददाश्त अभी भी अच्छी है.

बैनेडिक्ट 16वें इन दिनों वैटिकन गार्डन में एक चार मंजिला इमारत में रहते हैं, उनकी सुरक्षा के लिए विशेष स्विस गार्ड हमेशा मौजूद रहते हैं. साथ ही सेवा के लिए चार महिला कर्मचारी हैं, वे पहले भी उनके साथ काम करती थीं. पहले डर था कि दो पोप के कारण कैथोलिक चर्च अस्थिर हो सकता है, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं.

पोप फ्रांसिस ने बेनेडिक्ट की तारीफ करने का कोई मौका नहीं गंवाया. उन्होंने जुलाई में बेनेडिक्ट को बुद्धिमान ग्रैंडफादर कहा, "अगर कोई मुश्किल है या मुझे कुछ समझ में नहीं आता तो मैं उन्हें फोन कर लेता हूं. और पूछ लेता हूं कि फलां काम कैसे करूं."

गैंसवाइन ने कहा कि पोप एकदम आराम से हैं और उन्हें लगता है कि वह ईश्वर के साथ और आराम से हैं. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व पोप भले ही दुनिया से दूर हों लेकिन चर्च से दूर नहीं है और अकेले भी नहीं.

11 फरवरी 2013 को पोप बेनेडिक्ट 16वें यानि योसेफ राट्जिंगर ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 13 मार्च को पोप फ्रांसिस नए पोप चुने गए.

एएम/एजेए (डीपीए, रॉयटर्स)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी