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पूर्वी यूरोप में बढ़ा पीने का चलन

६ अक्टूबर २०१०

पश्चिमी देशों में पीने पिलाने का चलन नया नहीं है. लेकिन एक नया अध्ययन बताता है कि पिछले दस साल के दौरान पूर्वी यूरोप के देशों में किशोरों और खास कर लड़कियों के बीच पीने की लत तेजी से बढ़ी है.

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तस्वीर: Picture-Alliance / dpa

इस स्विस रिसर्च में 23 देशों के 15 साल की आसपास के उम्र वाले 80 हजार लोगों को शामिल किया गया. इस स्टडी से जुड़े डॉक्टर इमानुएल कुंचे का कहना है कि पूर्वी यूरोप की लकड़ियों में ज्यादातर पीने की लत बढ़ रही है. वह कहते हैं, "पूर्वी यूरोप में शराब पीना नए और आकर्षक लाइफस्टाइल का हिस्सा हो सकता है, लेकिन इस बीच पश्चिमी यूरोप और अमेरिका में लोग पहले के मुकाबले शराब से दूर होते दिख रहे हैं."

स्टडी के मुताबिक कम्युनिस्ट दौर में लोगों के खाली वक्त पर सामाजिक पाबंदियों और अल्कोहल की सही मार्केटिंग के आभाव में युवा और किशोरों के बीच शराब का चलन कम था. लेकिन बर्लिन की दीवार गिरने के बाद 1990 के दशक में यह तमाम पाबंदियां और कमियां दूर हो गईं. रिसर्चरों का कहना है, "सभी सातों पूर्वी यूरोपीय देशों में 10 साल के भीतर नशे की लत में 40 फीसदी तक इजाफा हुआ है."

स्टडी के मुताबिक पूर्वी यूरोपीय देशों को शराब की आदत को छुड़ाने के लिए इस पर ज्यादा टैक्स लगाने चाहिए. साथ ही इसके प्रचार पर भी नियंत्रण होना चाहिए. वैसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में भी लड़कियों के बीच पीने की आदत बढ़ रही है. स्टडी में सुझाव दिया गया है कि खाली वक्त में ऐसे आयोजनों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिनमें अल्कोहल शामिल न हो.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल

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