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पेशावर: तालिबान ने हमले की ज़िम्मेदारी ली

५ अप्रैल २०१०

पाकिस्तान के पेशावर शहर में अमेरिकी वाणिज्यिक दूतावास के पास चेकपोस्ट पर हमले की ज़िम्मेदारी तालिबान ने ली है. तालिबान ने ड्रोन हमलों का बदला लेने के लिए किया हमला. एएफ़पी के मुताबिक़ चार चरमपंथियों समेत 6 लोगों की मौत.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

तहरीक़ ए तालिबान के प्रवक्ता आज़म तारिक़ ने अज्ञात स्थान से टेलिफ़ोन पर एएफ़पी न्यूज़ एजेंसी को बताया, "हम अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमले की ज़िम्मेदारी लेते हैं. यह हमला ड्रोन हमलों का बदला लेने के इरादे से किया गया है. हम बताना चाहतेहैं कि 2,800 से 3,000 आत्मघाती हमलावर हमारे तैयार हैं और आगे भी अमेरिकियों के ख़िलाफ़ ऐसे हमले होंगे."

Selbstmordanschlag in Peshawar, Pakistan
पहले भी हुए हैं धमाकेतस्वीर: AP

प्रांतीय मंत्री ने एएफ़पी न्यूज़ एजेंसी को बताया है कि इस हमले में चार चरमपंथी, एक पुलिसकर्मी और एक अन्य व्यक्ति मारा गया है. विस्फोटकों और हथियारों से लैस क़रीब 15 आतंकवादी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास पहुंचे और फिर गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस का कहना है कि उनका निशाना दूतावास था लेकिन वे वहां पहुंचने में सफल नहीं हो पाए. एक आत्मघाती हमलावर ने दूतावास गेट के पास पहुंचकर ख़ुद को उड़ा लिया. जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की.

पुलिस के मुताबिक़ तीन स्थानों पर बम धमाके हुए हैं जबकि पूरे इलाक़े में फ़ायरिंग की आवाज़ सुनाई दी है. एक प्रत्यक्षदर्शी सिराज अफ़रीदी ने न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "मैंने दो वाहनों में हमलावरों को आते देखा. कुछ के पास रॉकेट लॉन्चर भी थे. पहले उन्होंने अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास तैनात सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाई और फिर धमाके हुए." कुछ अन्य लोगों का कहना है कि अमेरिकी दूतावास के पास वाले इलाक़े में पहले एक धमाके की आवाज़ सुनाई दी, फिर दो विस्फोट और हुए और गोलियां चलने लगी.

ऐसी रिपोर्टें हैं कि इस हमले में कई इमारतों को नुक़सान पहुंचा है. पुलिस के मुताबिक़ जिस इलाक़े में यह हमला हुआ है वहां पुलिस स्टेशन, अमेरिका का वाणिज्यिक दूतावास, सैन्य इमारतें और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के ऑफ़िस हैं. पेशावर नॉर्थ वेस्ट फ़्रंटियर प्रॉविंस की राजधानी है और वहां पहले भी हमले होते रहे हैं.

इससे पहले सोमवार सुबह पश्चिमोत्तर प्रांत के लोअर दीर ज़िले में हो रही एक बैठक में आत्मघाती हमला हुआ जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई. पश्तून समुदाय की आवामी नेशनल पार्टी की यह बैठक हो रही थी जिसकी पश्चिमोत्तर प्रांत में गठबंधन सरकार है. एक हमलावर ने बैठक में घुसने की कोशिश की और जब उसे रोकने का प्रयास किया गया तो उसने ख़ुद को उड़ा लिया.

यह बैठक पश्चिमोत्तर प्रांत का नाम बदले जाने की ख़ुशी में बुलाई गई थी. अब इस प्रांत को ख़ायबर पख़्तूनख़्वा के नाम से बुलाया जाएगा. आवामी नेशनल पार्टी को धर्मनिरपेक्ष पार्टी कहा जाता है और वह चरमपंथियों के ख़िलाफ़ है. इससे पहले भी पाकिस्तान तालिबान ने आवामी नेशनल पार्टी की बैठकों पर हमले किए हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: प्रिया एसेलबोर्न