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फंसे भारतीय छात्रों के लिए सरकार टिकट खरीदेगी

१६ जून २०१०

भारत सरकार ने बुधवार को कहा है कि वह किर्गिस्तान में फंसे 105 भारतीय छात्रों के लिए टिकट भेजेगी. इन छात्रों को हिंसाग्रस्त दक्षिणी इलाकों से राजधानी बिश्केक में लाया गया था.

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तस्वीर: AP

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने पत्रकारों से कहा कि ओश और जलालाबाद से सुरक्षित निकाले गए भारतीय छात्रों के लिए सरकार ने टिकट भेजने की पेशकश की है हालांकि इन छात्रों में कुछ ने बिश्केक में ही रहने की इच्छा जताई है. बिश्केक में भारतीय दूतावास ने उन छात्रों को टिकट देने का प्रस्ताव रखा है जो फिलहाल इस राजनीतिक अस्थिरता के कारण पैसों की तंगी में आ गए हैं.

उन्होंने कहा कि जो छात्र गर्मी की छुट्टियों में भारत आना चाहते हैं लेकिन अपना शहर अचानक छोड़ने के कारण आर्थिक मुश्किल में हैं, वे अपना पासपोर्ट बिश्केक में दूतावास को दे सकते हैं, ताकि उन्हें इमरजेंसी सर्टिफिकेट और भारत का एकतरफ़ा टिकट मिल सके.

लेकिन जो छात्र ये सुविधा लेंगे वे भारत सरकार को टिकट के पैसे लौटायेंगे और अपने पासपोर्ट वापस लेंगे. जिन छात्रों के पासपोर्ट और वीज़ा जलालाबाद या ओश में छूट गए हैं, उन्हें नए पासपोर्ट दिए जाएंगे और दुबारा वीज़ा दिलवाया जाएगा.

विष्णु प्रकाश ने बताया कि भारत और बिश्केक के बीच व्यावसायिक उड़ानें और चार्टर फ्लाइटें जारी हैं. उनमें कोई रुकावट नहीं है. आने वाले एक-आध दिन में दो और चार्टर फ्लाइटें चलाई जाएंगी. उम्मीद है कि जो छात्र भारत आना चाहते हैं वे उनसे आ सकेंगे.

उन्होंने कहा कि सरकार वहां फंसे भारतीय लोगों को जल्द से जल्द निकालना चाहती है.

रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे

संपादनः राम यादव