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फ़्रेंच ओपन में क्रुम ने पछाड़ा सफीना को

२५ मई २०१०

पिछले साल की फाइनलिस्ट रह चुकीं दिनारा सफीना फ्रैंच ओपन के पहले राउंड से बाहर हो गई हैं. उन्हें हरा कर जापान की क्लिमिको डेट क्रुम रोलाँ गारोस में किसी मैच को जीतने वाली दूसरी सबसे ज़्यादा उम्र की महिला बन गई हैं.

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दो सालों से फ़ाइनल में पहुंच रही हैं दिनारा सफीनातस्वीर: AP

पैरिस में चल रहे फ्रैंच ओपन के तीसरे दिन जापान की क्लिमिको डेट क्रुम ने रूसी दिनारा सफीना को 3-6, 6-4, 7-5 से हरा दिया. इसी के साथ उन्तालीस वर्षीय क्रुम रोलाँ गारोस में किसी मैच को जीतने वाली दूसरी सबसे ज़्यादा उम्र की महिला बन गई. उनसे पहले 1985 में ब्रिटेन की वर्जिनिया वेड यहां मैच जीतने वाली दुनिया की सबसे ज़्यादा उम्र की महिला थीं.

क्रुम ने अपने करियर का पहला मैच 1989 में रोलाँ गारोस में खेला. उस समय उनकी प्रतियोगी सफीना केवल तीन वर्ष की थीं. 1994 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 1995 में फ्रेंच ओपन और 1996 में विम्बलडन खेल चुकीं क्रुम ने 1996 में टेनिस से संन्यास ले लिया था. बारह साल बाद 2008 में वो दोबारा मैदान में लौटीं.

अपनी जीत के बाद उन्होंने कहा, "मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की और खुद को दिखाया कि मैं क्या कर सकती हूं, मुझे सफीना के लिए बुरा लग रहा है लेकिन मैं अपनी जीत से बहुत खुश हूं. "क्रुम को मैच के तीसरे सेट में टांग पर लगी चोट के कारण दिक्कतें भी हुई. उन्होंने बताया कि चोट के चलते वो मैच से बहुत ज़्यादा उम्मीद नहीं लगा रहीं थीं. "तीन हफ्ते पहले मेरी टांग पर चोट लग गई थी. और फिर मुझे पता चला कि मुझे सफीना से मुकाबला करना है. मैं तो बस इस बात से ही खुश थी कि मैं यहां खेल पा रही हूं. "दूसरे राउंड में क्रुम का सामना वाइल्ड कार्ड हासिल कर चुकीं ऑस्ट्रेलिया की जर्मिला ग्रोथ से होगा.

क्रुम की प्रतियोगी सफीना पिछले दो सालों से लगातार फ्रैंच ओपन के फ़ाइनल में पहुंच रही हैं, लेकिन फ़ाइनल मैच दोनों ही बार उनके हाथ से निकल गए. पिछले साल सर्बिया की अना इवानोविच ने उन्हें मात दी तो 2008 में स्वेतलाना कुजनेत्सोवा ने ट्रॉफी उनसे छीन ली. 2009 में 26 हफ़्तों तक टेनिस की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहने के बाद सफीना अपने कमर के दर्द के चलते पिछले साल नौवें स्थान पर आ गई हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: महेश झा