फाइनल के सितारे
जर्मनी और अर्जेंटीना हमेशा से शानदार फुटबॉल टीमों के लिए जाने गए हैं. इस मैच में शानदार सितारे भी ग्राउंड पर हैं. देखते हैं खास सितारों को..
एंजेल डी मारिया (स्ट्राइकर, अर्जेंटीना)
अर्जेंटीना ने प्री क्वार्टर फाइनल में स्विट्जरलैंड के खिलाफ एक्स्ट्रा टाइम के आखिरी क्षणों में गोल करके सनसनी फैला दी. इस गोल की वजह से ही टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंच पाई. कौन देगा उन्हें टक्कर, अगली स्लाइड पर..
मिरोस्लाव क्लोजे (स्ट्राइकर, जर्मनी)
फुटबॉल के संत कहे जाने वाले 36 साल के क्लोजे का यह आखिरी वर्ल्ड कप मैच होगा. हालांकि वह खुद रिटायरमेंट की बात नहीं कह रहे लेकिन 40 की उम्र मे वर्ल्ड कप खेलना मुश्किल लगता है. 16 गोल कर चुके क्लोजे इस आंकड़े को एक और बढ़ाना चाहेंगे.
लियोनल मेसी (मिडफील्ड, अर्जेंटीना)
लगातार चार बार बेहतरीन फुटबॉलर का खिताब जीत चुके मेसी के कंधों पर काफी बोझ होगा. खास तौर पर इसलिए भी कि जर्मनी उनके हर मूव को काटने की कोशिश करेगा. लेकिन इन्हीं के बीच मेसी को बॉल बना कर देनी होगी. कौन देगा उन्हें टक्कर, अगली स्लाइड...
आंद्रेया शुर्ले (मिडफील्ड, जर्मनी)
इस वर्ल्ड कप में तूफान की तेजी से गेंद बढ़ाने वाले जर्मन खिलाड़ी शुर्ले हो सकता है कि शुरुआती 11 में न हों. लेकिन टीम उन्हें मैच के 90 मिनट के दौरान जरूर इस्तेमाल करना चाहेगी.
खावियर मसकेरानो (डिफेंस, अर्जेंटीना)
नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में मसकेरानो जब चकरा कर गिरे, तो कप्तान मेसी ने सिर पकड़ लिया. यह बताता है कि वह कितने अहम खिलाड़ी हैं. इस वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना के खिलाफ तय वक्त में सिर्फ तीन गोल हुए हैं और रक्षा पंक्ति मसकेरानो जैसे खिलाड़ियों के हाथ है. कौन है, उनके मुकाबले का जर्मन खिलाड़ी. अगली स्लाइड.
मात्स हुमेल्स (डिफेंस, जर्मनी)
25 साल के हुमेल्स जर्मनी के डॉर्टमुंड से खेलते हैं और उन्होंने इस बार जर्मनी की रक्षा पंक्ति को साध कर रखा हुआ है. हुमेल्स कॉर्नर को गोल में बदलने में भी माहिर हैं. जर्मनी ने अब तक के मुकाबले आसानी से जीते हैं और पुर्तगाल को 4-0 और ब्राजील को 7-1 से हराया है. आगे.. कौन हैं गोलकीपर
सर्गियो रोमेरे (गोलकीपर, अर्जेंटीना)
इस नाम का जिक्र वर्ल्ड कप से पहले ज्यादा नहीं था. लेकिन सेमीफाइनल में जब उन्होंने नीदरलैंड्स के पेनाल्टी अपने दस्तानों पर झेल लिए, तो उन्हें सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में गिना जाने लगा. लेकिन उनके सामने इस युग के सर्वाधिक चर्चित गोलकीपर होंगे.
मानुएल नॉयर (गोलकीपर, जर्मनी)
और वह हैं जर्मनी के 6'4" के नॉयर. अद्भुत प्रतिभा के धनी नॉयर को हाल के दिनों में बर्लिन की दीवार भी कहा जा रहा है. हालांकि उन्होंने अर्जेंटीना के गोलकीपर से ज्यादा यानि चार गोल खाए हैं.
लियोनल मेसी (कप्तान, अर्जेंटीना)
मेसी का मुकाबला सीधे सीधे डियागो माराडोना से हो रहा है, जिन्होंने अपनी कप्तानी में 1986 में टीम को वर्ल्ड कप जिताया था. मेसी के कंधों पर भारी दबाव है क्योंकि उनकी टीम को उस वक्त से कमजोर माना जा रहा है. आगे देखिए, जर्मन कप्तान
फिलिप लाम (कप्तान, जर्मनी)
पिछले वर्ल्ड कप से ठीक पहले कप्तान बने लाम इस बीच तप कर कुंदन की तरह हो गए हैं. वह मैदान के भीतर की तिकड़मों को बखूबी जानते हैं और अपने खिलाड़ियों को सही जगह सेट करना भी उन्हें आता है.
अलेजांद्रो साबेला (कोच, अर्जेंटीना)
तीन साल से अर्जेंटीना की कोचिंग कर रहे साबेला बहुत लो प्रोफाइल रहते हैं. लेकिन कहते हैं कि उन्हें एक एक जर्मन खिलाड़ी के बारे में सब कुछ पता है. नीदरलैंड्स के खिलाफ सेमीफाइनल में उनकी रणनीति कामयाब रही.
योआखिम लोएव (कोच, जर्मनी)
आठ साल पहले जब लोएव जर्मनी की कमान संभाल रहे थे, तो लोगों ने खूब सवाल उठाए. लेकिन उन्होंने टीम को लगातार दोनों वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचाया. अब सिर्फ खिताब का सपना बाकी है.