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फिर इसी रूप में जिंदा होना चाहते हैं देवानंद

२४ अक्टूबर २०१०

ज्वेल थीफ, हम दोनों, हरे राम हरे कृष्णा और सैकड़ों दूसरी फिल्मों के अलग अलग किरदारों में सामने आ चुके देव आनंद खुद को इसी रूप में दोबारा जिंदा करना चाहते हैं. छह दशक लंबे फिल्मी करियर ने भी काम की भूख खत्म नहीं की.

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तस्वीर: AP

बॉलीवुड में देवानंद को सदाबहार यूं ही नहीं कहा जाता. 87 साल की उम्र में भी उनकी उर्जा नौजवानों को परेशान करती है. दुनिया को बताने के लिए उनके पास ढेरों किस्से हैं. उन्हें पता है कि बहुत कुछ करना अब शायद मुमकिन न हो पाए इसलिए दोबारा जन्म लेना चाहते हैं देवानंद बन कर ही.

समचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में देव आनंद ने कहा, "मैं हमेशा जल्दबाजी में रहता हूं क्योंकि वक्त बहुत तेजी से फिसलता जा रहा है और मैं उसके पीछे भाग रहा हूं. मेरे पास बताने को बहुत सी कहानियां हैं लेकिन वक्त नहीं. काश मैं एक बार फिर देव आनंद बन कर जन्म लेता और आप लोगों से 25 साल बाद एक युवा अभिनेता के रूप में मिलता."

Indien Dev Anand
अभी बहुत कुछ करना हैतस्वीर: UNI

अपने खास अंदाज से लोगों के दिलों पर लंबे समय तक राज करने वाले देव 1961 में आई फिल्म हम दोनों का रंगीन संस्करण जारी करने जा रहे हैं. 3 दिसंबर को यह फिल्म सिनेमास्कोप के साथ दुनिया भर में रिलीज होगी. इसके तीन हफ्ते बाद देव आनंद की नई फिल्म चार्जशीट रिलीज होगी.

देव आनंद ने बताया, "सिनेमास्कोप, डिजिटल साउंड और रंगीन प्रिंट के साथ यह फिल्म बिल्कुल नए रूप में सामने आएगी. ऐसा नहीं लगेगा कि हम कोई पुरानी फिल्म देख रहे हैं. यह फिल्म मेरे लिए बेहद खास है क्योंकि मेरी जिंदगी का फलसफा साहिर लुधियानवी के रचे गीत, मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया , में ढल गया है."

नई फिल्म चार्जशीट में देव आनंद ने भी भूमिका निभाई है. फिल्म में उनके अलावा नसीरुद्दीन शाह और जैकी श्रॉफ भी हैं. समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह ने भी फिल्म में काम किया है. चार्जशीट एक क्राइम थ्रिलर है. देव आनंद ने बताया, "यह एक रहस्यमय हत्या की कहानी है जिसमें पुलिस महकमे में मौजूद भ्रष्टाचार को दिखाया गया."

हिंदी सिनेमा को गाइड और टैक्सी ड्राइवर जैसी बेहतरीन फिल्म देने वाला यह दिग्गज फिल्मों की रीमेक बनाने के बारे में नहीं सोचता. उन्होंने कहा, "मेरे पास छह फिल्मों की स्क्रिप्ट तैयार है, जब मैं आज भी सोचने के काबिल हूं तो फिर पुरानी चीजों के पीछे क्यों भागूं? मैं अपनी पुरानी कहानियों को दोहराना नहीं चाहता. हां उन फिल्मों के कुछ-कुछ हिस्से मिलाकर एक फिल्म जरूर बनाना चाहता हूं जिसका नाम होगा, द ग्रोथ ऑफ देव आनंद एज एन एक्टर."

देव को भरोसा है कि उनकी दोनों फिल्मों को लोग पसंद करेंगे. उन्होंने कहा, " मैं सिर्फ बनाने के लिए फिल्म नहीं बना रहा, मैं उनसे बहुत ज्यादा जुड़ा हुआ हूं. मैं बूढ़ा हो रहा हूं लेकिन मैं ऐसा नहीं कहता, न ही खुद को बूढ़ा महसूस करता हूं."

यह पूछने पर कि क्या ऐसा कुछ बच गया है जो वह अब भी करना चाहते हैं, देव आनंद ने कहा, "बहुत कुछ. ऐसे अरबों काम हैं जो मैंने नहीं किए और जिन्हें मैं करना चाहता हूं. हर लम्हा नया है और आगे बढ़ रहा है. अगर आप भी उसके साथ आगे बढ़ रहे हैं तो आप महान हैं और हां मैं देवानंद हूं."

रिपोर्टः पीटीआई/एन रंजन

संपादनः वी कुमार