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फिर गुस्से में दिल्ली

९ दिसम्बर २०१४

टैक्सी चालक द्वारा दिल्ली में एक महिला के कथित बलात्कार के मामले के साथ ही राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा का मामला एक बार फिर गर्मा गया है. ऑनलाइन बुकिंग करने वाली कंपनियों को बैन करने के फैसले की जमकर खिंचाई हो रही है.

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तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Saurabh Das

बलात्कार का आरोपी ड्राइवर अमेरिकी टैक्सी कंपनी ऊबर के लिए काम करता था. पुलिस कंपनी से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने ड्राइवर की पृष्ठभूमि की ठीक से छानबीन की थी या नहीं. ड्राइवर शिव कुमार यादव को पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार कर लिया. वह तीन साल पहले भी यौन हिंसा के मामले में गिरफ्तार हुआ था. पुलिस ने ऊबर के खिलाफ कथित धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है.

ऊबर के अलावा दिल्ली में ऑनलाइन बुकिंग वाली अन्य टैक्सी सेवाओं को भी बैन कर दिया गया है. गृह मंत्रालय से सभी राज्यों को भेजे गए फैक्स में ऑनलाइन बुकिंग सेवाओं वाली टैक्सी पर रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं.

सोशल मीडिया पर सरकार के इस फैसले का मजाक उड़ाया जा रहा है, प्रतिक्रियाओं के मुताबिक शर्म करने वाली बात यह है कि एक बार फिर दिल्ली में बलात्कार हुआ है. टैक्सियों पर बैन लगाना समस्या का हल नहीं है.

महिलाओं के साथ राजधानी में बढ़ रहे यौनहिंसा के मामलों से लोगों में गुस्सा है. महिलाओं की सुरक्षा को दिल्ली का अहम मुद्दा बताती आ रही आम आदमी पार्टी ने भी कैंडल लाइट मार्च का आयोजन किया. कल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास के बाहर भी प्रदर्शन किया.

सोशल मीडिया पर एक बार फिर अपराधी को सजा दिए जाने और महिलाओं की सुरक्षा के बेहतर इंतजाम की मांग की जा रही है.