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फेटल को जीत का भरोसा

१३ मार्च २०१४

फॉर्मूला वन टीम रेड बुल के ड्राइवर सेबास्टियान फेटल को भरोसा है कि वह लगातार पांचवी बार विश्व चैंपियन बनने में कामयाब होंगे. हालांकि इस साल कार के इंजन में हो रहे बदलाव कई सवाल खड़े कर रहे हैं.

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तस्वीर: Getty Images

सीजन की शुरुआत इस हफ्ते मेलबर्न में पहली रेस के साथ हो रही है. कार के लिए नए इंजन तैयार कर रही कंपनी रेनो छह इंजन वाली कार टेस्ट कर रही है. इनके परीक्षण रेडबुल ड्राइवर फेटल के लिए भी चुनौती भरे रहे हैं. फेटल ने स्वीकार किया कि इस हफ्ते उन्हें मर्सिडीज से कड़ी टक्कर मिलने वाली है.

2010 से लगातार फॉर्मूला वन चैंपियन के खिताब पर काबिज जर्मन ड्राइवर फेटल ने माना कि शुरुआती रेसों में प्रदर्शन थोड़ा कच्चा हो सकता है. लेकिन उन्हें भरोसा है कि आगे के टाइटल अपने नाम करने में उन्हें दिक्कत नहीं होगी. पिछले कुछ समय से इस बारे में कयास लगाए जा रहे हैं कि नई कार के साथ आ रही दिक्कतों के बीच क्या वह पहले जैसा प्रदर्शन कर खिताब बचा पाएंगे. 2013 फेटल के लिए बेहद शानदार रहा और दर्शकों के लिए बोर जब उन्होंने आखिर की सभी नौ रेस जीतीं.

सिर्फ एक रेस से मतलब नहीं

ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में हो रही पहली रेस के बारे में फेटल ने माना, "हम इस रेस के लिए बेहतरीन फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन आप चैंपियनशिप के बारे में पूछें तो वह अलग बात होती है." फेटल इस बातचीत के दौरान फरारी के ड्राइवर फर्नांडो अलोंसो के साथ बैठे थे. अलोंसो को कुछ ऐसी ही दिक्कतों का सामना 2012 में करना पड़ा था. उन्होंने अलोंसो को प्रेरणा स्रोत के रूप में पेश करते हुए कहा, "दो साल पहले फर्नांडो ग्रिड पर पोल से सिर्फ 1.5 सेकंड की दूरी पर थे. और आखरी रेस में वह हमें हराने ही वाले थे, तो रेस में कुछ भी संभव है."

फेटल ने आगे अपनी टीम पर भरोसा जताते हुए कहा, "हम एक मजबूत टीम हैं. हमारे साथ कई बेहद अच्छे लोग और मजबूत संसाधन हैं. जैसे जैसे साल आगे बढ़ेगा हम बेहतर होते जाएंगे."

चुनौतियों भरी शुरुआत

साल के खाली समय में नई कार की टेस्ट के दौरान चुनौतियों का सामना करने वाली टीम सिर्फ रेडबुल ही नहीं रही. शुक्रवार को होने वाले अभ्यास सत्र में पहली रेस को लेकर सभी टीमों की घबराहट सामने आने वाली है.

कार में लगे नए इंजन कंप्यूटर से संचालित हैं, जो कि इंजिन, टर्बो चार्जर और बैटरी में संचित इलेक्ट्रिक पावर के बीच पावर सप्लाई का संतुलन रखेंगे. नए इंजन में बैटरी की भूमिका इस बार पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है. इस अलावा अहम चुनौती है ईंधन की खपत को नए नियमों के अनुसार कम करना.

अन्य टीमों के मुकाबले मर्सिडीज ड्राइवर लुइस हैमिल्टन और निको रोसबर्ग के लिए टेस्ट सत्र मुश्किल नहीं रहे. दोनों पुराने दोस्त भी हैं. हैमिल्टन ने कहा अगर दोनों एक दूसरे को भी टक्कर देते हैं तो इससे उनकी दोस्ती पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. "हम पिछले 13 साल से एक दूसरे के साथ रेस कर रहे हैं. हालांकि यह बड़ी चैंपियनशिप है लेकिन उससे कोई फर्क नहीं पड़ता."

एसएफ/एएम (एपी)