1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

फ्रेंच ओपन के फाइनल में पेस-डलोही की जोड़ी हारी

६ जून २०१०

फ्रेंच ओपन डबल्स का खिताब लगातार दूसरी बार जीतने का लिएंडर पेस का सपना टूटा. फाइनल मुकाबले में कनाडा के डेनियल नेस्टर और सर्बिया के निनाद जिमोंजिक की जोड़ी ने 5-7, 2-6 से हराया. पिछली बार की हार का हिसाब बराबर.

https://p.dw.com/p/NjCR
साथ साथ कई जीतें की हैं नामतस्वीर: AP

पेस और डलोही की जोड़ी उन्हें मिले दो ब्रेकप्वाइंट का फायदा नहीं उठा सकी जबकि उनके प्रतिद्वंदी चार में से तीन ब्रेकप्वाइंट का फायदा उठाने में कामयाब रहे. मैच के बाद लिएंडर पेस ने कहा, "बीते दो हफ्ते बेहद शानदार रहे और मुझे खुशी है कि मैं लगातार दूसरी बार फ्रेंच ओपन डबल्स के फाइनल में पहुंचा. मैं लुकास का आभारी हूं जिसकी वजह से ये मुमकिन हो सका और जिसने मेरा भरपूर साथ दिया."

पेस फ्रेंच ओपन डबल्स का खिताब तीन बार जीत चुके हैं. 1999 और 2001 में पेस ने खिताब महेश भूपति के साथ जीता और 2009 में लुकास डलोही के साथ.पिछले साल पेस और डलोही की जोड़ी ने नेस्टर-जिमोंजिक की जोड़ी को सेमीफाइनल में हराया था. इस बार फाइनल में पेस-डलोही को हराकर उन्होंने अपनी हार का बदला ले लिया. पेस के जोड़ीदार लुकास डलोही ने जीत का श्रेय विरोधियों को दिया है. डलोही ने कहा, "वे आज बहुत अच्छा खेले. मुझे उम्मीद है कि अगले साल मैं और पेस कुछ और टूर्नामेंट साथ खेलेंगे और ये खिताब जीतने में कामयाब होंगे."

पेस और डलोही की जोड़ी ने फाइनल की शुरुआत अच्छी की और दूसरे गेम में ही ब्रेकप्वाइंट हासिल करने में कामयाब हो गए लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा सके. नेस्टर-जिमोंजिक ने पहला सेट 11वें गेम में 7-5 से अपने नाम कर लिया. दूसरे सेट के पहले गेम में ही नेस्टर-जिमोंजिक ने दो मैच प्वाइंट हासिल कर लिए. एक प्वाइंट तो पेस डलोही बचा ले गए लेकिन दूसरा नहीं बचा पाए और 1-0 से पीछे हो गए. इसके बाद तीसरे गेम में पेस डलोही को एक और ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन वो इसका भी फायदा नहीं उठा सके.

इस दौरान डलोही ने डबल फॉल्ट कर दिया जिसका नेस्टर-जिमोंजिक ने भरपूर फायदा उठाया और 4-1 से आगे निकल गए. बाद में पेस डलोही ने कुछ अच्छा खेल दिखाया और अंकों के अंतर को 2-5 पर लाने में कामयाब रहे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. नेस्टर और जिमोंजिक ने अपनी सर्विस बचाए रखी. उन्होंने 25वें मिनट में सेट 2-6 से अपने नाम कर लिया और खिताब भी.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार