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खेल खेल में मिली नई प्रजाति

२३ अप्रैल २०१४

चार साल पहले स्कूल की एक छोटी बच्ची अमेरिका के वॉशिंगटन स्टेट में 'इओसीन फॉसिल साइट' पर फील्ड ट्रिप पर गईं. टहलते हुए उनके हाथ एक लगा 5 करोड़ साल पहले विलुप्त हो चुका फॉसिल, जो विज्ञान जगत में एक नई खोज है.

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Bernstein
तस्वीर: imago/CHROMORANGE

एजर रेन बेलगार्डी नाम की एक स्कूली छात्रा ने अनजाने में ही करोड़ों साल पुरानी, एक बड़े सिर वाली मक्खी की प्रजाति का पता लगा लिया. जांच के बाद वैज्ञानिकों को पता लगा है कि यह एक ऐसी प्रजाति है जिसके बारे में अब तक पता नहीं था. उनका अनुमान है कि फॉसिल फ्लाई कही जा रही यह मक्खी करीब 5 करोड़ साल पहले धरती पर पाई जाती होगी.

एजर ने 'इओसीन फॉसिल साइट' पर घूमते हुए उन्हें मिले उस फॉसिल को वहां के स्टाफ को परीक्षण के लिए दे दिया था. इस नई प्रजाति का नामकरण इसी बच्ची के नाम पर 'मेटानेफ्रोसिरस बेलगार्डी' किया गया है. ड्रेसडेन के जेंकेनबेर्ग नेचुरल हिस्ट्री कलेक्शन में जीवविज्ञानी के तौर पर शोध करने वाले क्रिस्टियान केलमायर समेत वैज्ञानिकों के एक समूह का मानना है कि यह मक्खी 'पिपुनकुलिडे' फैमिली का हिस्सा है. जीवविज्ञानी मानते हैं कि करीब 9.3 मिलीमीटर लंबे पंखों वाली यह मक्खी इसी फैमिली की काफी पहले विलुप्त हो चुकी तीन किस्मों में से एक है.

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केलमायर ने बताया कि इसके जैसी बड़े सिर वाली मक्खियों की 1,400 से भी ज्यादा प्रजातियों के बारे में जानकारी है. उनका कहना है कि लगभग इतनी ही प्रजातियां ऐसी हो सकती हैं जिनके बारे में अभी पता नहीं है. 'पिपुनकुलिडी' फैमिली के जीव पूरी दुनिया में पाए जाते हैं. उन्होंने बताया, "बड़े सिर वाली मक्खी का जीवाश्म मिलना बहुत दुर्लभ बात है."

बड़े सिर वाली मक्खियां अपनी बेहद खास संरचना के लिए जानी जाती है. इनके शरीर के करीब एक तिहाई हिस्से में तो केवल सिर ही होता है. इतना बड़ा होने के अलावा इनका सिर का करीब करीब पूरा हिस्सा बड़ी, उभरी हुई आंखों से ढका होता है. ये खासतौर पर उन लीफहॉपर्स और प्लांटहॉपर्स को खाती हैं जो पौधों पर उछल उछल कर उनका रस पीते हैं. इसके अलावा यह मक्खियां इन्हीं कीड़ों का इस्तेमाल अपने लार्वा के पालन पोषण के लिए भी करती हैं. केलमायर बताते हैं, "बड़े सिर वाली मक्खियों की ऐसी जीवनशैली और रूप रंग 7 करोड़ साल से भी पहले विकसित हुए." वैज्ञानिकों का मानना है कि अब तक विलुप्त मानी जाने वाली मक्खियों की ऐसी तीनों प्रजातियां 4 से 5 करोड़ साल पुरानी हैं. 'मेटानेफ्रोसिरस बेलगार्डी' के अलावा बाकी दो बड़े सिर वाली फॉसिल फ्लाई बाल्टिक क्षेत्र के ऐम्बर में फंस कर जमी हुई मिलीं.

आरआर/एएम (डीपीए)