बढ़ रही है जर्मनों की औसत उम्र
२२ जून २०१०इस अध्ययन के अनुसार आज जन्म लेने वाली लड़की लगभग 93 साल तक जिएगी. आज जन्म लेने वाले लड़के को भी लगभग 88 वर्ष की उम्र मिलेगी. जहां तक लड़कियों का सवाल है, तो हर चौथी लड़की सौ से अधिक की उम्र पाएगी, यानी उसे बाइसवीं सदी में भी जीने का मौक़ा मिलेगा.
जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए के साथ बात करते हुए कोलोन विश्वविद्यालय के जनसंख्या विशेषज्ञ एकार्ट बोम्सडोर्फ़ ने कहा कि इन आंकड़ों पर सोचने की ज़रूरत है. आबादी की उम्र बढ़ने के साथ-साथ पेंशन, चिकित्सा और वृद्धावस्था में देखभाल के बीमा-खर्च भी बढ़ते जाएंगे. आज देश में 22 लाख नागरिकों को वृद्धावस्था में देखभाल की ज़रूरत है. बोम्सडोर्फ़ ने कहा कि पचास साल बाद इनकी संख्या 45 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है. दूसरी ओर, जर्मनी की कुल आबादी लगातार घटती जा रही है. इसके परिणामस्वरूप जिन्हें वृद्धावस्था में देखभाल की ज़रूरत होगी, सन 2050 में ऐसे नागरिकों का अनुपात आबादी के 6 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा. इस समय यह 2.6 प्रतिशत के बराबर है. बोम्सडोर्फ़ का कहना है कि इस स्थिति के मद्देनज़र रिटायर करने की उम्र बढ़ायी जानी चाहिए.
हालांकि एकार्ट बोम्सडोर्फ़ मानते हैं कि अभी तक ये आंकड़ें अनुमान पर आधारित हैं. पूरे भरोसे के साथ कहा नहीं जा सकता कि ऐसा होगा ही. उन्होंने कहा कि संघीय सांख्यिकी दफ़्तर के आंकड़ें इनसे भिन्न हैं. सांख्यिकी दफ़्तर का मानना है कि आबादी में मृत्यु दर आज के स्तर पर बनी रहेगी.
रिपोर्ट: डीपीए/उभ
संपादन: राम यादव