1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बलात्कार का आरोपी मंत्री पुलिस की गिरफ्त में

१५ मार्च २०१७

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रजापति एक महीने तक फरार रहने के बाद आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं. प्रजापति पर रेप का आरोप है.

https://p.dw.com/p/2ZC6l
Gayatri Prajapati Uttar Pradesh
तस्वीर: UNI

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने बताया है कि समाजवादी पार्टी के नेता प्रजापति को शहर के ही आशियाना इलाके से गिरफ्तार किया गया. सबसे पहले प्रजापति को पॉक्सो यानी बाल यौन शोषण अपराध रोकथाम कोर्ट के सामने हाजिर किया गया. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

रेप में इस मामले में दर्ज एफआईआर में नामित 49 साल के प्रजापति के अलावा छह आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस को प्रजापति का पता उनके परिवारजनों से पूछताछ करने से मिला.

17 फरवरी को दर्ज की गयी एफआईआर में प्रजापति और छह अन्य लोगों पर एक महिला का कथित रूप से बलात्कार करने और उस महिला की नाबालिग बेटी से भी रेप का प्रयास करने का आरोप लगा है.

रेप की शिकायत देश की सर्वोच्च अदालत के निर्देश पर दर्ज की गयी थी. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पुलिस से आठ हफ्तों के भीतर इस मामले पर उनकी कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी थी. पुलिस ने प्रजापति के खिलाफ 'लुक आउट' नोटिस निकाला था और गैरजमानती वारंट भी. प्रजापति का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था. देश के सभी हवाईअड्डों को एलर्ट कर दिया गया था कि प्रजापति देश छोड़ने की कोशिश कर सकते हैं.

हाल ही में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में प्रजापति ने भी अपनी अमेठी सीट से फिर चुनाव लड़ा था, लेकिन सीट बीजेपी के खाते में चली गयी. प्रजापति की गिरफ्तारी पर भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय पाठक ने कहा, "अब तक राज्य पुलिस का राजनीतिकरण हुआ था. जैसे ही वे राजनीतिक दबावों से मुक्त हुए हैं, काम कर पाए हैं और इसीलिए गिरफ्तारी हो सकी है."

प्रजापति को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2016 में अपनी कैबिनेट से हटा दिया था. उस समय अखिलेश का अपने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव से विवाद चल रहा था. हालांकि बाद में प्रजापति की कैबिनेट में वापसी हो गई. इस कदम से अखिलेश यादव की पार्टी के अभियान को नुकसान पहुंचा था, जो राज्य में अच्छी कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर चुनावी मैदान में उतरे थे. बीजेपी ने प्रजापति को लेकर कई बार सपा की खिंचाई की और आरोप लगा कि अखिलेश अपराधियों को पकड़ने को लेकर गंभीर नहीं हैं. बीजेपी ने हालिया विधानसभा चुनावों में 403 सदस्यों वाली विधानसभा में 325 सीटें हासिल कर जबरदस्त जीत दर्ज की.

आरपी/एके (पीटीआई)