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बाजीगर बनकर बाहर हुआ आर्सेनल

१२ मार्च २०१४

बायर्न म्यूनिख के खिलाफ अच्छा खेल दिखाने के बावजूद इंगलिश क्लब आर्सेनल को चैंपियंस लीग से बाहर होना पड़ा. आर्सेनल ने दिखा दिया कि इस बार बायर्न के खेल में वो बात नहीं है. अटलेटिको मैड्रिड ने भी अंतिम आठ में जगह बनाई.

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तस्वीर: Odd Andersen/AFP/Getty Images

स्पेन के क्लब अटलेटिको मैड्रिड ने मंगलवार रात स्पैनिश अंदाज में जश्न मनाया. अपने मैदान पर एसी मिलान जैसी मजबूत टीम को मैड्रिड ने 4-1 से हरा दिया. मिलान में पिछले महीने खेले गए पहले मैच में मैड्रिड को 1-0 से जीत मिली थी. मंगलवार की जीत के साथ ही टीम 5-1 के गोल अंतर से चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में पहुंची. 17 साल बाद चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने से मैड्रिड के फैंस गदगद हो उठे. अगले दिन स्थानीय अखबारों ने भी अपनी टीम की खूब तारीफ की.

अपने मैदान पर मुग्ध कर देने वाली जीत चैंपियंस लीग की मौजूदा चैंपियन टीम बायर्न म्यूनिख को हासिल न हो सकी. लंदन में आर्सेनल को 2-0 से हराने के बाद टीम को उम्मीद थी कि वो धमाकेदार अंदाज में सेकेंड लेग का मैच खत्म करेगी. विंगर फ्रांक रिबेरी के शानदार क्रॉस की मदद से 55वें मिनट में बायर्न के बास्टियान श्वाइनश्टाइगर ने गोल भी कर दिया.

लेकिन बढ़त का जश्न दो मिनट बाद ही आर्सेनल के लिए खेलने वाले जर्मन खिलाड़ी लुकास पोडोल्स्की ने फीका कर दिया. आर्यन रोबेन को हल्का धक्का मारते हुए लुका ने गेंद छीनी और नेशनल टीम के अपने साथी मानुएल नॉयर को दंग कर गोल कर दिया. लुका का गोल वाकई दर्शनीय था. उन्होंने बाएं पैर से गेंद को चिप किया और गोलपोस्ट की ऊपरी जाली झनझना दी. इस गोल ने बायर्न के आक्रामक खेल पर लगाम लगा दी. टीम के कोच पेप गुआर्डिओला को लगने लगा कि आर्सेनल एक और गोल दाग सकता है.

Champions League Achtelfinale FC Bayern München - Arsenal London
पोडोल्स्की का गोलतस्वीर: Getty Images

हालांकि इसके बाद कोई गोल नहीं हो सका. मैच के दौरान ज्यादातर वक्त गेंद बायर्न के पास रही लेकिन आर्सेनल की रक्षापंक्ति ने उसे बांध दिया. हालांकि टीम को एक पेनल्टी भी मिली लेकिन थोमस मुलर आर्सेनल के गोलकीपर को गच्चा नहीं दे सके. लीग से बाहर होने के बाद आर्सेनल के कोच आर्सेने वेंगर ने कहा, "बायर्न एक अच्छी टीम है लेकिन इस सत्र में वो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा कमजोर हैं."

इस मैच ने बायर्न की कमजोरी भी उजागर कर दी. आर्सेनल के एलेक्स ओक्सलैड चैम्बरलेन कहते हैं, "हर टीम की तरह बायर्न की भी कमजोरियां हैं. अगर आप गोल कर देते हैं तो उससे हर कोई दबाव में आ जाता है और नर्वस हो सकता है."

बायर्न के कोच गुआर्डिओला अपनी टीम को कमजोर नहीं मानते, "हम हर मैच में बहुत सारे गोल नहीं करने जा रहे. हम बहुत अच्छी टीमों के खिलाफ खेल रहे हैं. हम तो आर्सेनल को बस इंतजार करा रहे थे."

बायर्न के पूर्व कप्तान और जर्मनी के महान फुटबॉलरों में गिने जाने वाले फ्रांत्स बेकनबावर हालांकि अपनी टीम के खेल से संतुष्ट नहीं दिखे. उनको लगता है कि गुआर्डियोला बायर्न की हालत बार्सिलोना जैसी कर देंगे और टीम बस टिकी-टका पासिंग गेम ही खेलती रहेगी. जर्मन टीमों को आमतौर पर ज्यादातर आक्रामक फुटबॉल खेलने के लिए जाना जाता है.

ओएसजे/एमजे (रॉयटर्स, डीपीए)

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