1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बाढ़ के बहाने आईएमएफ से मदद

२४ अगस्त २०१०

बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कमजोर अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए मदद मांगी है. इस सिलिसले में पाकिस्तानी अधिकारियों ने अमेरिका में आईएमएफ के साथ बातचीत शुरू कर दी है.

https://p.dw.com/p/OupD
बाढ़ से बेहाल पाकिस्तानतस्वीर: AP

पाकिस्तान का पूरा जोर आईएमएफ की कर्ज अदायगी में रियायत या मुक्ति मिलने और प्राकृतिक आपदा के कारण आपात कर्ज लेने पर है. जिससे चरमराती अर्थव्यवस्था को तात्कालिक राहत पंहुचा कर इसे पटरी पर लाया जा सके. इसके लिए पाकिस्तानी अधिकारी भीषण बाढ़ से समूची अर्थव्यवस्था को हुए भारी नुकसान की दुहाई देते हुए आईएमएफ से आर्थिक मदद की मांग कर रहे हैं.

Superteaser NO FLASH Pakistan Überschwemmung Flutkatastrophe Flüchtlinge
तस्वीर: AP

बाढ़ से हुए नुकसान का ब्यौरा पेश करते हुए पाकिस्तान के कृषि मंत्रालय की ओर से बताया गया कि 42.5 लाख एकड़ जमीन पर कपास, गन्ना, चावल और मक्के की फसल नष्ट हो गई. अधिकारियों का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है और इतने व्यापक पैमाने पर फसल नष्ट होने से समूची व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. इससे अनुमानित आर्थिक विकास दर 4.5 प्रतिशत तक पंहुचने की बजाय अधिक से अधिक तीन प्रतिशत तक ही जा सकती है.

ऐसे हालात होने के कारण अमेरिका भी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही कमजोर होने का हवाला देते हुए अब इसके अस्थिर होने की आशंका जता चुका है. इस बीच पाकिस्तान सरकार ने बाढ़ के कारण बेघर हुए लाखों लोगों के आतंकवादी समूहों के हाथों में जाने की आशंका को देखते हुए उसे तत्काल मदद देने की मांग की है.

रिपोर्टः एजेसियां/निर्मल

संपादनः ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें