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बातचीत में उठाएंगे कश्मीर के हालातः पाकिस्तान

२ जुलाई २०१०

पाकिस्तान ने कहा है कि भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से होने वाली बातचीत में जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति का मुद्दा उठाया जाएगा. इसी महीने कृष्णा पाकिस्तान जाएंगे.

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तस्वीर: AP

पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने गृह नगर मुल्तान में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 15 जुलाई को कृष्णा से होने वाली उनकी बातचीत में जम्मू कश्मीर का मुद्दा और वहां मानवाधिकारों के हनन पर भी बात होगी. एक सवाल के जवाब में कुरैशी ने कहा, "मानवाधिकारों के हनन पर हमने अपनी आवाज उठाई है और हम ऐसा करते रहेंगे. जब भारतीय विदेश मंत्री यहां आएंगे, तो श्रीनगर और कश्मीर में हो रही घटनाओं की तरफ उनका ध्यान दिलाने का वह उचित मौका होगा."

कुरैशी ने कहा कि चीन की मदद से पाकिस्तान में दो परमाणु रिएक्टर तैयार किए जाएंगे, जो अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की निगरानी के लिए खुले होंगे. उन्होंने कहा कि इस बारे में दोनों देशों के बीच समझौता किसी से नहीं छिपा है और अगर जरूरत पड़े तो विश्व संस्थाएं इसे परख सकती हैं.

पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की परमाणु संपत्ति सुरक्षित है और पाकिस्तानी परमाणु कार्यक्रम को लेकर कभी कोई ऐसी घटना नहीं घटी है जिससे मानव जीवन के लिए खतरा पैदा हुआ हो. कुरैशी ने कहा कि बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए चीन के साथ दो नए परमाणु रिएक्टर बनाने के मकसद से बातचीत पूरी हो गई है जबकि ईरान के साथ अरबों डॉलर की गैस पाइपलाइन का समझौता होगा.

उन्होंने कहा, "बहुत अधिक दबाव और परेशानियों के बावजूद (ईरान के साथ गैस पाइपलाइन परियोजना) बातचीत सफलतापूर्वक पूरी हो गई है." कुरैशी ने कहा कि विदेश विभाग ने ईरान को इस बात के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाई कि वह द्विपक्षीय तौर पर पाकिस्तान के साथ इस परियोजना को आगे बढ़ाए. पहले भारत भी इस पाइपलाइन प्रोजेक्ट का हिस्सा था.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़