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बायर्न को बदलनी होगी रणनीति

२९ अप्रैल २०१४

सेमीफाइनल का पहला मैच गंवा चुकी जर्मनी की बायर्न म्यूनिख को चैंपियंस लीग में दूसरा और निर्णायक मुकाबला जीतना है, तो अपने ग्राउंड पर उसे रणनीति बदल कर उतरना होगा. भले ही वह मौजूदा चैंपियन हो, लेकिन रियाल कमजोर टीम नहीं.

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तस्वीर: Getty Images

वर्ल्ड कप से पहले अगर लाल जर्सी वाली बवेरियाई टीम लिस्बन का टिकट कटाना चाहती है, तो उसे म्यूनिख के आलियांस स्टेडियम में कुछ अलग करना होगा. लिस्बन में 24 मई को चैंपियंस लीग का फाइनल मुकाबला खेला जाना है. पिछले हफ्ते सेमीफाइनल के पहले मैच में वह रियाल के हाथों एक गोल से हार चुकी है.

हालांकि हार के बाद भी कोच पेप गुआर्डियोला, कप्तान फिलिप लाम और स्टार स्ट्राइकर आर्यन रोबेन कह चुके हैं कि यह नतीजा इतना बुरा नहीं है लेकिन एक गोल फुटबॉल में किसी टीम को इतिहास में धकेल सकता है. रियाल अगर सिर्फ एक गोल करने में कामयाब हो जाए, तो बवेरिया की टीम भी इतिहास में जा सकती है क्योंकि अवे गोल की वजह से रियाल को दोगुना फायदा होगा.

पहले मैच में बायर्न ने 72 फीसदी वक्त गेंद अपने पास रखी लेकिन गोल रियाल ने किया और नतीजों का फैसला गोल से ही होता है. हालांकि पहले लेग में मानुएल नॉयर जैसे महान गोलकीपर की वजह से बायर्न पर कोई और गोल नहीं हुआ. रियाल के लिए सबसे बड़ी बात है कि उसके स्ट्राइकर गैरेथ बेल फिट हो चुके हैं, जो पिछले हफ्ते बुखार में थे और ज्यादातर वक्त बेंच पर बैठे थे.

Champions League Real Madrid Bayern München
मुकाबला दिलचस्प हैतस्वीर: Reuters

रिबेरी से आशा

अगर बायर्न को अच्छा प्रदर्शन करना है, तो उनके फ्रांसीसी स्ट्राइकर फ्रांक रिबेरी को बेहतर खेलना होगा. फरवरी में रिबेरी का ऑपरेशन हुआ है और उसके बाद से वह लय पाने की कोशिश कर रहे हैं. रियाल के खिलाफ उन्हें खास तौर पर डानिएल कार्वाखाल से दिक्कत हो रही है, जो बायर लेवरकूजेन में खेल चुके हैं.

हालांकि जर्मन लीग बुंडेसलीगा में बायर्न ने ब्रेमन को 5-2 से हरा कर खूब तैयारी की है लेकिन चैंपियंस लीग का मुकाबला अलग होता है. रिबेरी ने ब्रेमेन के खिलाफ पहला गोल ठोका और मंगलवार को भी उन्हें दिखाना होगा कि पेपे और इकर कासियास के खिलाफ वह गोल कर सकते हैं.

रिबेरी के लिए बाएं फ्लैंक को मजबूत करना अहम जिम्मेदारी होगी, ताकि दाहिनी तरफ से खेलने वाले रोबेन पर से दबाव कम किया जा सके. रोबेन का एक शॉट पूरे मैच की तस्वीर बदल सकता है. बायर्न के मैचों में हाल के दिनों में देखा गया है कि अगर ये दोनों खिलाड़ी लय ताल में खेलते हैं, तो नतीजा बेहतर होता है.

गोएत्से पर नजर

कोच गुआर्डियोला के सामने चुनौती होगी कि वह ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को तैयार कर सकें कि वे गोल पर शॉट मारें. और हो सकता है कि इसके लिए कभी कभी गेंद पर से कब्जा हट भी सकता है. इस सीजन में बायर्न ने जर्मनी के घरेलू लीग में डॉर्टमुंड को तीन गोल से हराया था और उस मैच की खासियत थी कि वह तेजी से काउंटर अटैक कर रहा था. डॉर्टमुंड की रक्षा पंक्ति को लंबे पास से भेद रहा था.

हो सकता है कि कोच मिडफील्ड में कुछ बदलाव करें. फिलिप लाम, बास्टिन श्वाइनश्टाइगर और टोनी क्रोस की तिकड़ी से स्थायित्व बन सकती है, ताकि मारियो गोएत्से को मौका मिल सके. रियाल के लिए यह नई रणनीति होगी. और इस मैच में थोमस मुलर की बड़ी भूमिका होगी, जिनके बारे में ज्यादा कयास नहीं लगाया जा सकता है. बायर्न को गोल करना ही है और वह भी एक नहीं, दो बार. तभी जीत मिलेगी और फाइनल की जगह पक्की होगी.

बेल और रोनाल्डोः खतरा

मैच का पहला गोल बहुत बड़ा होगा. अगर रियाल ने यह गोल कर दिया, तो उम्मीदों के पहाड़ पर सवार बायर्न धराशायी हो सकता है. उनके सामने करीम बेंजेमा और आंखेल डीमारिया की चुनौती होगी. लेकिन इनसे बड़ी होगी चुनौती बेल और खुद क्रिस्टियानो रोनाल्डो की. बेल ने इस साल स्पेनी कप के फाइनल में जिस तरह गोल किया है, उसकी चर्चा अब भी ठंडी नहीं पड़ी है. और रोनाल्डो तो इस साल गोल मशीन की तरह खेल रहे हैं. पलक झपकते उनकी एक ठोकर सारी रणनीति को तहस नहस कर सकती है.

यानि बायर्न को मानसिक तौर पर मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा और इस बात की भी तैयारी रखनी होगी कि उन्हें तीन गोल भी करना पड़ सकता है.

रिपोर्टः जेफरसन चेस/एजेए

संपादनः महेश झा