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बेटे से शर्मिंदा बापू

१५ मई २०१४

महात्मा गांधी के अपने बड़े बेटे हरिलाल से संबंध बेहद खराब थे. अब तीन ऐसे खत सामने आए हैं जिनमें बापू ने कड़े शब्दों में हरिलाल को फटकारा है. खतों से एक सनसनीखेज जानकारी भी सामने आई है.

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तस्वीर: AP

अगले हफ्ते इंग्लैंड में नीलाम होने वाले ये तीनों खत भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने बेटे हरिलाल को लिखे थे. जून 1935 में लिखे गए इन तीनों खतों में गांधीजी की खिन्नता उजागर हो रही है. एक खत में उन्होंने हरिलाल को लिखा, "मनु ने मुझे तुम्हारे बारे में कई खतरनाक चीजें बताईं. उसने बताया कि आठ साल पहले तुमने उससे बलात्कार किया और वो इतनी जख्मी हुई इलाज कराना पड़ा."

मनु हरिलाल की बेटी और महात्मा गांधी की पोती थी. बाद में मनु बापू के साथ साबरमती आश्रम में रहने लगी. गुजराती में लिखे खतों में बापू हरिलाल से कहते हैं, "तुम्हें जानना चाहिए कि तुम्हारी वजह से हो रही समस्या मेरे लिए देश की आजादी से भी ज्यादा मुश्किल बन रही है." हरिलाल के शराब पीने और अपने पिता के खिलाफ अखबारों में कड़वे लेख लिखने से गांधी बेहद आहत थे.

खत मलॉक्स ऑक्सनीयर्स ने जुटाए हैं. नीलामीकर्ताओं को उम्मीद है कि 22 मई को होने वाली नीलामी में खतों के जरिए वो 50 से 60 हजार पाउंड तक जुटा लेंगे. मलॉक ने एक बयान में कहा है, "गुजराती में लिखे गए खत अच्छी स्थिति में हैं. जहां तक हमें पता है कि इन्हें सार्वजनिक तौर पर पहले कभी नहीं देखा गया है और ये गांधी और उनके बेटे के बुरे संबंधों के बारे में हैरान करने वाली नई जानकारी ला रहे हैं."

हरिलाल लंदन जाकर वकालत करना चाहते थे लेकिन बापू ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया. इसके अलावा आश्रम में भी हरिलाल की बुरी आदतें बापू को परेशान करती रही. आए दिन सामने आती तल्खी के बीच बाप बेटे के संबंध बुरी तरह बिखर गए और कभी नहीं सुधर सके.

ओएसजे/एमजे (पीटीआई)