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समाज

बॉलीवुड से सीखा 'कूल' है लड़की से छेड़छाड़ और पीछा

१९ दिसम्बर २०१६

जवान होते लड़के जब फिल्मों में अपने पसंदीदा हीरो को लड़की का पीछा और उससे छेड़छाड़ करते देखते आए हों, तो वे उसे गलत बात और अपराध कैसे मानें. देखिए इसी गलत मिसाल पर प्रहार करता ये वायरल वीडियो.

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Screenshot YouTube Creep Qawwali by AIB
तस्वीर: YouTube/TrulyMadly

दुनिया भर में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाली भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का समाज पर असर भी काफी ज्यादा है. एक यूट्यूब कॉमेडी चैनल एआईबी ने भारत और विश्व भर में प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्मों में महिलाओं के प्रति रवैये पर गहरी निगाह डाली है. मजाकिया अंदाज में बनाए गए इस वीडियो में 1960 के दशक से लेकर आज तक के बॉलीवुड गीतों पर टिप्पणी की गई है. इन फिल्मी गानों ने हीरो की हीरोइन से रोमांटिक छेड़छाड़ के आवरण में उनसे दुर्व्यवहार को आम बात बनाने में अहम भूमिका निभाई है.

ऐसे कई माध्यम और रवैये समाज की सांस्कृतिक समझ पर असर डालते हैं. भारत में महिलाओं से यौन दुर्व्यवहार की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं, ऐसे में किसी भी तरह इन्हें बढ़ावा देने वाले हर कारक पर ध्यान देना जरूरी है. वीडियो का शीर्षक है "हैरेसमेंट थ्रू एजेज" और इसमें नजर आ रहे हैं चर्चित फिल्म 'मसान' के कलाकार ऋचा चढ्ढा और विक्की कौशल.

वीडियो में एक सच्ची घटना का जिक्र भी किया गया है. जनवरी 2015 में ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय को कोर्ट के सामने पेश किया गया, जिस पर दो महिलाओं का पीछा करने और उन्हें परेशान करने का आरोप था. इस 32 वर्षीय आदमी की तरफ से दलील पेश करते हुए वकील ने कोर्ट में कहा कि उसके मुवक्किल की संस्कृति में ऐसा ही होता है. पीछा करते और बार बार तंग करते रहने से अंत में लड़की मान जाती है, ऐसा उसके देश भारत की बॉलीवुड फिल्मों में दिखाया जाता है. अदालत ने कई बॉलीवुड फिल्मों के सैंपल देखें और वो इस नतीजे पर पहुंची कि वाकई भारत की संस्कृति ऐसी ही है.

आप अपने संदेश भेज कर बताएं कि क्या आप भी भारत की संस्कृति को ऐसा ही मानते हैं? नीचे कॉमेंट करें.