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ब्रिक देशों में सहयोग बढ़ाने की अपील

१६ अप्रैल २०१०

भारत ने तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में आपसी समन्वय बढ़ाने की इच्छा ज़ाहिर की है. ब्राज़ीलिया में भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चीन, रूस, ब्राज़ील और दक्षिण अफ़्रीका के नेताओं के साथ ब्रिक बैठक में हिस्सा लेंगे.

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ब्रिक देशों के नेतातस्वीर: AP

ब्राज़ील में गुरुवार को ईबसा देशों (भारत, ब्राज़ील, दक्षिण अफ़्रीका) और ब्रिक देशों (ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन) शिखर बैठक हो रही है. लेकिन चीन के राष्ट्रपति हू चिंथाओ ने पश्चिमी चीन में आए भूकंप के चलते देश लौटने का फ़ैसला किया है. इसके चलते ब्रिक शिखर वार्ता गुरुवार रात समाप्त हो जाएगी. हू चिंथाओ ने वेनेज़ुएला और चिली का दौरा भी रद्द कर दिया है.

ब्रिक देशों की बैठक में ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उससे उत्पन्न संकट पर विचार विमर्श होने की उम्मीद है. अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस और जर्मनी ब्रिक देशों पर दबाव डाल रहे हैं कि ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगाने का समर्थन करें.

ईबसा बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा और दक्षिणी अफ़्रीकी राष्ट्रपति जैकब ज़ुमा वैश्विक वित्तीय संकट, आतंकवाद और आर्थिक साझेदारी पर चर्चा करेंगे. जबकि ईबसा देशों की बैठक के बाद भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ़्रीका विज्ञान, तकनीक और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कुछ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि आपसी सहयोग दिखाता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के ढांचे में बदलाव का संकेत है. उनके मुताबिक़ ईबसा देशों के बीच सहयोग महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर झलकने लगा है.

ब्राज़ीलिया में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के बीच मुलाक़ात में भारत और लातिन अमेरिकी व्यापार ब्लॉक के बीच व्यापारिक रिश्तों को प्रगाढ़ करने पर सहमति हुई है. भारत और ब्राज़ील द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने पर राज़ी हुए हैं. साल 2010 तक द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ा कर 10 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा गया है. पिछले साल 5.6 अरब डॉलर का व्यापार हुआ.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा मोंढे