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ब्रिस्बेन में बाढ़ से महाविनाश का डर

१२ जनवरी २०११

ब्रिस्बेन में 108 साल बाद सबसे विनाशकारी बाढ़ आने वाली है. खतरे को देखते हुए 20 हजार से ज्यादा घर खाली कराए गए. ऑस्ट्रेलिया के तीसरे सबसे बड़े शहर की बिजली भी काट दी गई है. उफनता पानी अब रिहायशी इलाकों में घुस रहा है.

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तस्वीर: AP

ब्रिस्बेन में 1893 के बाद पहली बार इतनी जबर्दस्त बाढ़ आ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक अभी बाढ़ का पानी घटने के कोई आसार नहीं हैं बल्कि ये और चढ़ सकता है. शहर के मेयर कैम्बेल न्यूमैन ने कहा, "पानी आ रहा है, मंगलवार का दिन अहम था, बुधवार इससे बुरा होगा और गुरुवार तो यहां के लोगों और कारोबारियों के लिए तबाही लेकर आएगा."

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक शहर के 6,500 मकानों के पानी में डूबने का खतरा है. लोगों की भीड़ बस, ट्रेन और कारों में सवार होकर यहां से पलायन कर रही है. राहतकर्मियों ने भी बड़ी संख्या में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को बाहर निकाला है. बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी होने के बाद दर्जनों लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए वहां से बाहर निकाला गया है. सुपरमार्केट में राशन खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है.

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बाढ़ से तबाहीतस्वीर: AP

ब्रिस्बेन में रहने वाले वकील पॉल बेट्रोस ने बताया, "स्थानीय दुकानों में लंबी लंबी लाइन लगी है हर काउंटर पर 50-60 लोग खड़े हैं और जरूरी चीजों का स्टॉक खत्म हो रहा है. पॉल ने कहा, "न ब्रेड है, न दूध, पानी, बैटरी, मोमबत्ती और दूसरी चीजें. बेकरी का सारा ब्रेड बिक चुका हैं अब दुकानें भी बंद हो रही हैं." बाढ़ के खतरे के कारण पॉल बेट्रोस का दफ्तर खाली करा कर उन्हें घर भेज दिया गया है.

पहाड़ी इलाके में बसे शहर टूवुम्बा में एक दिन पहले अचानक आई बाढ़ के पानी की रफ्तार इतनी तेज थी की बड़ी बड़ी कारें भी उसमें कागज की नाव की तरह बह गईं. पानी की तेज धारा में बहती कारें एक दूसरे के ऊपर चढ़ गईं. घर टूट गए हैं पेड़ जड़ों से उखड़ गए हैं जिधर नजर जाती है टूट फूट और तबाही के ही निशान हैं.

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तस्वीर: AP

क्वींसलैंड राज्य में बाढ़ के कारण कुल मिला कर अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. 70 से ज्यादा लोग लापता है. क्वींसलैंड की प्रीमियर एन्ना ब्लिघ ने कहा कि अचानक आई बाढ़ के कारण मरने वालों की तादाद और बढ़ सकती है. बचावकर्मी भारी बारिश और टूटी सड़कों से जूझ रहे हैं इसके अलावा लोगों का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है. ब्लिघ ने कहा, "ये बहुत डरावना अनुभव है, मैं सब लोगों से अपील करती हूं कि इस तरह के वक्त में हमें शांत रहना चाहिए, संयम बरतना चाहिए और एक दूसरे का साथ देना चाहिए." बाद में ब्लिघ ने क्वींसलैंड के निवासियों को और बड़े खतरे से जूझने के लिए तैयार रहने को कहा है.

ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड ने कहा कि बाढ़ से हुई तबाही हैरान करने वाली है. प्रधानमंत्री ने कहा, "हमने एक दूसरे के ऊपर चढ़ी कारों, मकानों की छत और पेड़ों पर फंसे लोगों की तस्वीरें देखी है." मरने वालों में पांच बच्चे भी हैं. ये बच्चे बाढ़ की चपेट में तब आए जब उनकी माएं कार में बिठाकर उन्हें सुरक्षित जगह पर ले जाने की कोशिश कर रही थी. एक बच्चे की जान तो उसे और उसके परिवार को बचाने की कोशिश के दौरान चली गई.

नदी में पानी के खतरे के निशान से ऊपर जान के बाद ब्रिस्बेन के पोर्ट को बंद कर दिया गया है हालांकि एयरपोर्ट फिलहाल चालू है और उम्मीद जताई जा रही है कि खतरे की इस भयानक दौर में वो काम करता रहेगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ओ सिंह

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