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समाज

भटकने वाले नौजवान को चीन का सलाम

ओंकार सिंह जनौटी
२७ जनवरी २०१७

चीन में एक शख्स ने 1,700 किलोमीटर साइकिल चलाकर अपने गांव जाने की ठानी. लेकिन रास्ते में उसे रुकना पड़ा तब जाकर हिम्मत और जज्बे की भावुक कहानी दुनिया को पता चली.

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200 Jahre Fahrrad Strassenszene in Schanghai
तस्वीर: picture-alliance/J. Effner

रिझाओ शहर में काम करने वाले एक नौजवान के पास बहुत कम पैसे थे, लेकिन वह अपने गांव जाना चाहता था. तभी उसने साइकिल से गांव जाने का फैसला किया. पूर्वी चीन से पूर्वोत्तर चीन तक, रूसी सीमा के पास तक. उसे पता था कि साइकिल के सहारे पहाड़ी इलाके की यात्रा करना बहुत मुश्किल होगा. लेकिन कोई और उपाय भी नहीं था. दिसंबर अंत में कड़ाके की सर्दी के बीच उसने पहला पैडल मारकर 1,700 किलोमीटर लंबी यात्रा शुरू की. 30 दिन तक साइकिल चलाने के बाद उसे हाईवे के टोल बूथ पर रुकना पड़ा. वहां पुलिस भी आ गई. चीन में हाईवे पर साइकिल चलाना प्रतिबंधित है.

पूछताछ के दौरान नौजवान ने पुलिस को बताया कि वह हाइलोंगजियांग प्रांत जा रहा है. उसका जवाब सुनते ही पुलिस हैरान हो गई. पुलिस ने युवक को बताया कि वह बिल्कुल उल्टी दिशा में आ चुका है. वह भी 500 किलोमीटर दूर. युवक ने बताया कि उसके पास बहुत कम पैसे हैं. रात होने पर वह इंटरनेट कैफे में चला जाता है, ताकि बहुत ही कम पैसे में रात कट जाए. युवक की दास्तां सुनकर टोल कर्मचारियों और पुलिस अधिकारियों को दया भी आई. उन्होंने ट्रेन से घर जाने का किराया भी उसे दिया.

मदद करने वालों का शुक्रिया जताकर वह नौजवान ट्रेन से घर जाने के लिए निकल तो पड़ा, लेकिन अपने पीछे जिंदगी के जज्बे की कहानी छोड़ गया. चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स ऑनलाइन डेली ने अपनी रिपोर्ट में उस युवक का नाम नहीं बताया, लेकिन इसके बावजूद उस अंजान नौजवान के जज्बे की सोशल मीडिया पर लाखों लोग तारीफ कर रहे हैं. लोग उम्मीद जता रहे हैं कि वह समय से गांव पहुंचकर अपने परिवार से मिल सकेगा.

(एक डॉक्टर की सच्ची सेवा)