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भारतीय निशानेबाज़ों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप

१६ मई २०१०

ब्रिटेन में शूटिंग प्रतियोगिता के दौरान भारतीय निशानेबाज़ों ने आयोजकों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया. मानवजीत सिंह ने कहा, ट्रांसपोर्ट सुपरवाइज़र ने उनकी बेइज़्ज़ती की. टीम मैनेजर ने भारतीय हाई कमीशन को पत्र लिखा.

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तस्वीर: picture-alliance / dpa/dpaweb

भारतीय शूटिंग टीम के मैनेजर पद्मनाभन ने भारतीय उच्चायोग को लिखे अपने पत्र में आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप के दौरान निशानेबाज़ों के साथ हुए दुर्व्यवहार का ब्यौरा दिया है. पद्मनाभन के मुताबिक़ कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले ट्रैप शूटर मानवजीत सिंह संधू की ट्रांसपोर्ट सुपरवाइज़र ने बेइज़्ज़्ती करते हुए उन्हें बस से उतर जाने के लिए कहा.

"भारतीय निशानेबाज़ शूटिंग रेंज से होटल जाने के लिए बस पर चढ़ रहे थे लेकिन ड्राइवर ने दरवाज़ा बंद कर दिया. इससे एक शूटर बाहर ही इंतज़ार करता रह गया. जब अन्य निशानेबाज़ों ने इस पर आपत्ति जताई तो ड्राइवर ट्रांसपोर्ट विभाग के सुपरवाइज़र के पास चला गया. सुपरवाइज़र ने आते ही शूटरों पर चिल्लाना शुरू कर दिया और उनका अपमान किया. उसका रवैया बेहद सख़्त था और उसने टीम को बुरे परिणाम भुगतने की चेतावनी दी."

पद्मनाभन का कहना है कि इतना सब होने के बाद भी सुपरवाइज़र नहीं रूका और उसने मानवजीत सिंह संधू को बस से उतर जाने के लिए कहा. लेकिन मानवजीत ने यह कहते हुए बस से उतरने से मना कर दिया कि यह निजी वाहन नहीं है बल्कि सरकारी बस है. इस पर सुपरवाइज़र ने धमकी दी की अगले दिन भारतीय टीम को लाने के लिए बस नहीं जाएगी.

भारतीय टीम मैनेजर का कहना है कि इस घटना से दो दिन पहले भी ट्रांसपोर्ट विभाग ने दो महिला निशानेबाज़ों को बस से उतरने पर मजबूर कर दिया था. अन्य देशों की खिलाड़ियों के सामने भारत की श्रेयसी और शगुन का अपमान किया गया.

पद्मनाभन ने भारतीय उच्यायोग से इस मामले को आयोजन समिति के सामने उठाने की अपील की है. "जिस तरह की घटनाएं हमारे साथ हो रही हैं उससे हम बेहद अपमानित महसूस कर रहे हैं और हमारे निशानेबाज़ इन परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने में असमर्थ होंगे. हम आपसे निवेदन करते हैं कि आप इस मामले को वर्ल्ड कप आयोजन समिति के सामने उठाएं."
इस बीच आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप की इवेंट मैनेजर टॉम वेनहैम ने अपने बयान में कहा है कि उन्हें टीम बस के ड्राइवर की ओर से रिपोर्ट मिली है. इसमें कहा गया है कि एक भारतीय एथलीट ने उनके साथ बदतमीज़ी की. टॉम वेनहैम का कहना है कि उनके एक प्रतिनिधि ने बस ड्राइवर से बात की है और वह भारतीय टीम से भी बात करना चाहेगा. इसके बाद ही किसी फ़ैसले पर पहुंचा जा सकेगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा