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भारत उभरती हुई विश्व शक्तिः अमेरिका

२७ मई २०१०

अगले हफ्ते भारत और अमेरिका के बीच होने वाली रणनीति वार्ता से पहले ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत को एक "महान और उभरती हुई विश्व शक्ति" बताया है. रणनीतिक बैठक में रिश्तों को मिलेंगे नए आयाम.

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तस्वीर: AP

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउले ने कहा, "मेरा मानना है कि रणनीतिक वार्ता अपने आप में अहम है. भारत एक महान और उभरती हुई विश्व शक्ति है. पर्यावरण, स्थानीय सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने और आर्थिक मुद्दों पर हमारे साझा हित हैं." भारत और अमेरिका के बीच 1 से 4 जून के बीच पहली रणनीतिक वार्ता होनी है. विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी जबकि भारतीय पक्ष का नेतृत्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा करेंगे.

क्लिंटन की पिछले साल की भारत यात्रा के दौरान फैसला हुआ था कि दोनों देशों के बीच जल्दी ही रणनीतिक वार्ता होगी. एक सवाल के जवाब में क्राउले ने कहा, "भारत के साथ हमारे बहुत मज़बूत सांस्कृतिक संबंध हैं, इसीलिए हमें इस वार्ता से बहुत उम्मीदें हैं. स्वयं अमेरिकी विदेश मंत्री और राष्ट्रपति ने इसे आपसी संबंधों के लिहाज़ से ज़रूरी बताया है. मेरे ख्याल से भारत के साथ हमारे संबंध कभी भी इतने ज़्यादा मज़बूत नहीं रहे हैं जितने अब. हम यहां दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्र के आपसी रिश्तों की बात कर रहे हैं."

हालांकि भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों के नामों की अब तक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इसमें मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, विज्ञान और तकनीकी राज्य मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और विदेश सचिव निरुपमा राव के शामिल होने की संभावना है.

रिपोर्ट: एजंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: ए कुमार