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भारत और मलेशिया के बीच पांच समझौते

२७ अक्टूबर २०१०

दोतरफा रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश में भारत और मलेशिया ने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते को मजबूत बनाने की घोषणा की है ताकि व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके. रक्षा समेत कई क्षेत्रों में समझौते पर हस्ताक्षर हुए.

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भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहतस्वीर: picture-alliance/Bildfunk

भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मलेशिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद नजीब तुन अब्दुल रज्जाक के बीच व्यापक बातचीत के बाद दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. दोनों नेताओं ने अपने रिश्तों को रणनीतिक आयाम देने पर भी सहमति जताई है. व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के सिलसिले में दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए दोनों नेताओं ने कहा कि इस समझौते का मकसद माल का मुक्त रूप से आना जाना, सेवाएं और निवेश को बढ़ाना है और इसे अगले साल 1 जुलाई से लागू कर दिया जाएगा.

मुलाकात के बाद मनमोहन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा, "आज का दिन भारत और मलेशिया के संबंधों के लिए बहुत अहम है." उन्होंने कहा कि रज्जाक से हुई चर्चा में दोनों देशों के बीच बहुपक्षीय साझेदारी की बुनियाद रखी गई है. सिंह और रज्जाक ने दोनों देशों की सीईओ फोरम की भी शुरुआत की जो उद्योग और कारोबार में आपसी सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करेगी.

रज्जाक ने कहा कि मलेशिया को अपनी आर्थिक सफलता भारत के साथ साझा करने में खुशी होगी. उन्होंने कहा, "हमें रिश्तों को नया आयाम देना चाहिए. मैंने प्रधानमंत्री सिंह से कहा है कि मलेशिया रिश्तों को और मजबूत बनाना चाहता है." रज्जाक ने कहा कि दोनों देशों ने 2015 तक 15 अरब डॉलर के कारोबार का लक्ष्य रखा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः वी कुमार

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