1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

"भारत का विकास चीन के लिए खतरा नहीं"

१ नवम्बर २०१०

चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता और पोलित ब्यूरो के सदस्य जोउ योंगकांग ने कहा है कि भारत का विकास चीन के लिए खतरा नहीं बल्कि एक बढ़िया मौका है. जोउ के मुताबिक यही बात भारत के लिए चीन के बारे में भी लागू होती है.

https://p.dw.com/p/PvNJ
तस्वीर: AP

दिल्ली में भारत चीन रिश्तों पर चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बुलाए एक सेमिनार में जाउ ने यह बात कही. जाउ ने कहा, "चीन का विकास भारत के लिए एक अवसर है, खतरा नहीं. उसी तरह भारत का विकास चीन के लिए खतरा नहीं बल्कि एक बढ़िया अवसर है."

दुनिया में स्थायित्व के लिए दोनों देशों की एक दूसरे पर निर्भरता को जरूरी बताते हुए यांगकोंग ने कहा, "ऐसे हालात में भारत और चीन के लिए यह जरूरी है कि दोनों अपने आपसी रिश्तों को मजबूत बनाकर एक नई ऊंचाई तक ले जाएं और लंबे समय के हिसाब से सोचें." यांगकोंग ने कहा, "इस ऐतिहासिक शुरुआत के मौके पर दोनों देशों को विकास, सहयोग और साझीदारी के लिए आगे बढ़ना होगा जिससे कि समृद्धि आए और दुनिया में शांति हो."

चीनी नेता ने इस बात पर जोर दिया कि उनके देश की सरकार भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहती है और दोनों देशों को एक दूसरे पर भरोसा करना होगा. साथ ही आर्थिक और कारोबार रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया जाना चाहिए. भारत चीन संबंधों के विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढ़ाने की बात भी यांगकोंग ने कही.

विवादित मुद्दों के हल के बारे में यांगकोंग ने दलील दी कि एक दूसरे पर भरोसा करके बातचीत के जरिए बराबरी के आधार पर इन्हें हल किया जा सकता है.

हाली ही में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ से मुलाकात की है और दोनों देशों के बीच रिश्तों में आए ठंढेपन को दूर करने पर सहमति जताई है. कुछ महीने पहले कश्मीरी लोगों को नत्थी वीजा दिए जाने के मसले पर दोनों देशों की खटास बढ़ी है और भारत ने चीन के साथ सैन्य संबंधों को फिलहाल निलंबित कर रखा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें