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भारत को नहीं लौटाया जाएगा कोहिनूर हीरा

३० जुलाई २०१०

कोहिनूर हीरा भारत वापस नहीं आएगा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने साफ कह दिया है कि कोहिनूर को वापस नहीं किया जाएगा. कैमरन ने कहा कि यह जहां है वहीं रहेगा. भारत के लोग इस बात से निराश हो सकते हैं.

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किसका है कोहिनूर?तस्वीर: picture-alliance/dpa

105 कैरट का कोहिनूर हीरा ब्रिटेन के शाही महल में रखा हुआ है और इस पर वहां की राजशाही का कब्जा है. भारत में लोग काफी लंबे समय ब्रिटेन से कोहिनूर हीरा लौटाने की मांग करते रहे हैं. लेकिन ब्रिटेन की पीएम ने इस मांग को खारिज कर दिया है. भारतीय न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कोहिनूर वापस नहीं किया जा सकता.

कैमरन भारत की दो दिन की यात्रा पर थे. इसी दौरान दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “इस तरह के मामलों में होगा यह कि जब आप एक को हां कहेंगे, तो बहुत जल्द पाएंगे कि ब्रिटेन म्यूजियम खाली हो गया. मैं जानता हूं कि कोहिनूर के मूल स्थान पर लौटने को लेकर तीखी बहस है, लेकिन खेद के साथ मुझे यही कहना है कि यह जहां है वहीं रहेगा.”

कोहिनूर को भारत से लूटा गया, इसलिए लोगों के लिए यह एक भावुक मुद्दा है. ईस्ट इंडिया कंपनी ने इसे भारत में लूटा और ब्रिटेन की महारानी को दे दिया. 1877 में जब ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने भारत का ताज संभाला, तो यह ब्रिटेन के शाही गहनों का हिस्सा बन गया.

कोहिनूर को एक शानदार हीरा माना जाता है. 21.6 ग्राम का यह बेशकीमती पत्थर कभी दुनिया का सबसे बड़ा हीरा होने का गौरव भी अपनी चमक में रखता है. बताया जाता है कि इसे आंध्र प्रदेश में गुंटूर की हीरा खानों से निकाला गया. उसके बाद यह कई हिंदू और मुगल शासकों के हाथों से होता हुआ आखिर में ईस्ट इंडिया कंपनी के जरिए ब्रिटेन के शाही खजाने में पहुंच गया.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एस गौड़

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