भारत पाक बातचीत में चिदंबरम का कड़ा रुख
२६ जून २०१०शुक्रवार को पी चिदंबरम ने इस्लामाबाद में कहा कि मुंबई हमलों से जुड़े जो लोग पाकिस्तान में हैं, उनके ख़िलाफ़ सबूतों का पहाड़ जुट चुका है और हाल में प्राप्त सूचनाओं से यह पहाड़ ऊंचा होता जा रहा है. इसलिए उनकी अपेक्षा है कि पाकिस्तान इन सूचनाओं के आधार पर मुंबई हमले के पीछे छिपे असली लोगों के ख़िलाफ़ क़दम उठाए.
भारतीय गृहमंत्री चिदंबरम ने जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद के ख़िलाफ़ क़दम उठाने की खासतौर पर मांग की. उन्होंने कहा कि रावलपिंडी में जिन 7 लोगों के ख़िलाफ़ मुकदमा चलाया जा रहा है, उनमें से मुश्किल से दो लोग मुंबई हमलों की योजना के लिए मुख्य रूप से ज़िम्मेदार थे. इस योजना में कई अन्य लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिनके बारे में पाकिस्तान को सूचनाएं दी जा चुकी हैं.
वैसे बैठक के दायरे से पता चला है कि आतंकवाद पर कड़े रुख़ के बावजूद बातचीत का वातावरण सौहार्दपूर्ण था. चिदंबरम ने कहा कि अगर पाकिस्तान स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आवश्यक क़दम उठाने का आश्वासन दें, तो वे बातचीत पर संतुष्ट रहेंगे. पाकिस्तानी गृहमंत्री रहमान मलिक का कहना था कि बातचीतों की शुरुआत सकारात्मक रही है और उन्हें उम्मीद है कि यह सिलसिला जारी रहेगा.
सार्क गृहमंत्रियों की बैठक के बाद प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की ओर से दावत दी जाने वाली है, जहां गृहमंत्रियों के बीच फिर से मुलाकात होगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एस गौड़