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भारत-म्यांमार क्रॉस बॉर्डर अभियान पर विवाद

११ जून २०१५

एक ओर भारत ने पड़ोसी देश म्यांमार की सीमा पर अंजाम दिए सैनिक अभियान से एक संदेश देना चाहा है, तो म्यांमार की ऑन्ग सान सू ची चीन के ऐतिहासिक दौरे पर हैं. म्यांमार के साथ पड़ोसी देशों के संबंध गतिविधियों के केंद्र में हैं.

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तस्वीर: Roufb Bhata/AFP/Getty Images

भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने म्यांमार के साथ लगी सीमा पर भारतीय सेना के अभियान को "मानसिकता में बदलाव" का प्रतीक बताया है. पर्रिकर ने कहा, "सोचने का तरीका बदले तो बहुत कुछ बदल जाता है. जैसा पिछले 2-3 दिनों में हुआ. उग्रवादियों के खिलाफ एक सामान्य सी कार्रवाई ने पूरे देश में रक्षा परिदृश्य के बारे में राय ही बदल दी है."

रक्षा मंत्री ने सेना की कार्रवाई पर ज्यादा जानकारी नहीं दी लेकिन कहा, "जिन्हें भी भारत के इस नए रूख से डर लग रहा है उन्होंने तो प्रतिक्रियाएं देना भी शुरु कर दिया है." समझा जा रहा है कि उनका इशारा पाकिस्तान की ओर था क्योंकि पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री निसार अली खान पहले ही कह चुके थे, "पाकिस्तान म्यांमार की तरह नहीं है." उन्होंने भारत को चेताया था कि उनका देश सीमापार की धमकियों से डरने वाला नहीं है. खान ने यह प्रतिक्रिया भारत के सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर के उस बयान पर दी जिसमें राठौर ने म्यांमार में उग्रवादियों को मार गिराने की सैनिक कार्रवाई को दूसरे देशों के लिए भी एक संकट बताया था.

भारतीय सेना के विशेष बल ने म्यांमार प्रशासन की जानकारी में अपनी तरह के पहले क्रॉस बॉर्डर अभियान में कम से कम 38 उग्रवादियों को मार गिराया. माना जा रहा है कि 4 जून को एक हमले में 18 भारतीय सैनिकों की मौत के पीछे इन्हीं उग्रवादियों का हाथ था. 4 जून की घटना के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में रक्षा मंत्री पर्रिकर, राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोवाल और अन्य महत्वपूर्ण लोगों ने मिलकर ऐसे अभियान पर सहमति बनाई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनुमति मिलने के बाद डोवाल ने इस पूरे अभियान का संचालन किया.

म्यांमार ने ऐसी मीडिया रिपोर्टों को खारिज किया है जिनमें बताया गया कि भारतीय सेना ने म्यांमार की सीमा के अंदर जाकर हमले किए. म्यांमार के राष्ट्रपति कार्यालय के निदेशक जौ टाय ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, "हमें मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना का अभियान भारत-म्यांमार सीमा पर भारतीय सीमा के भीतर ही हुआ."

भारतीय राज्य मणिपुर की लंबी सीमा पड़ोसी देश म्यांमार के साथ लगी है. हिंदू-बहुल आबादी वाले मणिपुर में ऐसे कई आदिवासी और छोटे गुरिल्ला समूह हैं जो भारत की केन्द्र सरकार की कुछ नीतियों के खिलाफ लड़ते रहे हैं. भारत-म्यांमार के बीच कई जगहों पर खुली सीमा है. म्यांमार की चीन से लगी सीमा पर भी उग्रवाद की कई घटनाएं हुई हैं. मार्च में ही म्यांमार के एक युद्धक विमान ने उग्रवादियों पर कार्रवाई के लिए बम गिराए थे जिसमें पांच चीनी लोग मारे गए और आठ घायल हो गए. इस पर चीन ने नाराजगी जताई थी. इस समय म्यांमार में लोकतंत्र की प्रतीक ऑन्ग सान सू ची द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के लिए चीन की आधिकारिक यात्रा पर हैं.

China Myanmar Aung San Suu Kyi bei Xi Jinping
म्यांमार की सू ची चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलींतस्वीर: Reuters/China Daily

आरआर/एमजे (पीटीआई, एएफपी)