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मंथन 165 में खास

ओंकार सिंह जनौटी३० दिसम्बर २०१५

कई शहरों में टैक्सी चलाने वाले और टैक्सी में सफर करने वाले दोनों घबराये होते हैं. उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता होती है. ब्राजील में अपने रिश्तेदार को खो चुके एक शख्स ने इससे निपटने का रास्ता खोजा है.

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Symbolbild zu Uber Verbot in Indien 07.12.2014
तस्वीर: AFP/Getty Images/T. Bahar

टैक्सी ऑर्डर करने के लिए बाजार में बहुत से ऐप आ गए हैं. कम से कम बड़े शहरों में, आप अपने स्मार्टफोन पर एक बटन दबा कर जब चाहें, जहां चाहें, टैक्सी बुला सकते हैं. अक्सर इनमें जीपीएस लगा होता है, जो टैक्सी की लोकेशन को ट्रैक करता रहता है. लेकिन बावजूद इसके, पिछले दिनों में देखा गया है कि ये हमेशा सुरक्षित नहीं होतीं. टैक्सी के अंदर सीसीटीवी कैमरा फिट करना एक तरकीब हो सकती है, लेकिन डेटा की सुरक्षा का सवाल है. ब्राजील में एक स्टार्टअप कंपनी ने इसका हल निकाला है.

सबको शिक्षा

कार्यक्रम में ब्राजील से चलेंगे लैटिन अमेरिका के ही एक दूसरे देश मेक्सिको में, जहां साक्षरता दर वैसे तो करीब 94 फीसदी है लेकिन आंकड़ों पर ध्यान से नजर डालें, तो पता चलता है कि सिर्फ 25 प्रतिशत बच्चे ही हाई स्कूल पास कर पाते हैं. और कॉलेज की शिक्षा पाने वाले लोगों की संख्या महज़ 13 प्रतिशत है. एक छोटी सी पहल से इसे बदलने की कोशिश की जा रही है.

स्वचालिक कारखाने

शिक्षा बेहतर भविष्य की कुंजी होती है. शिक्षा के ही जरिए आज हम ऐसे आधुनिक आविष्कार कर पा रहे हैं कि मशीनों को भी इंटेलिजेंट बनाया जा रहा है. कारखानों में अब रोबोट काम करने लगे हैं और इरादा है ऐसे इंटेलिजेंट कारखाने बनाने का जहां मशीनें सब कुछ खुद ब खुद करेंगी.

समुद्री जीवन को बचाने की कोशिश

जॉनी डेप की फिल्म पायरेट्स ऑफ द कैरिबियन बड़ों और बच्चों, सबको खूब पसंद आई थी. पूरी फिल्म में खूबसूरत समुद्र पर जहाज एक द्वीप से दूसरे द्वीप पर जाते दिखते हैं. क्या आप जानते हैं कि कैरिबियन सी में सात सौ से भी ज्यादा द्वीप हैं. इनमें से दो.. सेंट किट्स और नेविस एक दूसरे से महज चार किलोमीटर की दूरी पर हैं. यहां पायरेट्स तो नहीं हैं लेकिन उससे भी बड़ी समस्या से ये जूझ रहे हैं.

लॉब्स्टर पर्यटन

स्वीडन के वेस्ट कोस्ट पर दुनिया के बेहतरीन लॉब्स्टर मिलते हैं. यहां इन्हें ब्लैक गोल्ड कहा जाता है. वैसे तो इनका दाम चालीस से पचास यूरो प्रति किलो होता है लेकिन सीजन की शुरुआत में पहले लॉब्स्टर की बोली लगती है. 2015 में पहले लॉब्स्टर की नीलामी ग्यारह सौ यूरो यानि अस्सी हजार रुपये प्रति किलो में हुई. इन्हें कैसे पकड़ा जाता है, यह दिखाने के लिए स्वीडन में खास लॉब्स्टर सफारी होती है.

देखना ना भूलें मंथन का यह अंक, शनिवार सुबह 11:30 बजे डीडी नेशनल पर.