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मध्य पूर्व की गुत्थी में केरी

६ नवम्बर २०१३

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच इस्राएली और फलीस्तीनी नेताओं से मिल रहे हैं. जबकि फलीस्तीनियों ने कहा है कि नई बस्तियों के बनाने की सूरत में बातचीत आगे नहीं हो सकती.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

केरी ऐसे वक्त में मध्य पूर्व का दौरा कर रहे हैं, जब दोनों ही तरफ से आवाजें उठ रही हैं कि जुलाई में दोबारा बहाल हुई बातचीत विफल होने की कगार पर है. खुद केरी ने जुलाई में बातचीत शुरू करने में बड़ी भूमिका निभाई है.

अपनी यात्रा की सांकेतिक शुरुआत में केरी ने मंगलवार को तेल अवीव चौक का दौरा किया, जहां 18 साल पहले एक कट्टरपंथी इस्राएली ने पूर्व प्रधानमंत्री इत्साक रबीन की हत्या कर दी थी. हत्यारा शांति वार्ता का विरोध करता था. चौक पर माल्यार्पण करने के बाद केरी ने कहा, "उन्होंने शांति के लिए जोखिम उठाया, इसलिए नहीं कि जोखिम उठाना जरूरी था, बल्कि इसलिए कि इस्राएल और आसपास की सुरक्षा के लिए यह जरूरी था."

Israelischer Siedlungsbau
विवादित इस्राएली बस्तियांतस्वीर: picture-alliance/dpa

लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद येरुशलम में बैठक के दौरान फलीस्तीनी पक्ष के एक वरिष्ठ वार्ताकार ने कहा कि अगर इस्राएल नई बस्तियां बसाना जारी रखेगा, तो उनके लिए बातचीत करना संभव नहीं होगा. उन्होंने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "फलीस्तीनी इस्राएली बातचीत मंगलवार रात में ही सत्र के दौरान टूट गई. इस्राएली पक्ष अपनी नई बस्तियों को बसाने पर आमादा है और ऐसी हालत में हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं."

पिछले कुछ हफ्तों में इस्राएल ने एलान किया है कि वह हजारों नई बस्तियों का निर्माण करना चाहता है, जिनका बहुत बड़ा हिस्सा पूर्वी येरुशलम में होगा. इस इलाके में ज्यादातर अरब समुदाय के लोग रहते हैं. इस्राएली प्रधानमंत्री से केरी की मुलाकात में इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार की संभावना है. इसके बाद वह बैतलहम में फलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी मिलेंगे.

तेल अवीव चौक पर केरी ने इस्राएली नेताओं को संदेश दिया कि वे शांति के लिए "वैसा ही प्रयास करें, जैसा प्रधानमंत्री रबीन ने किया था." स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि ताजा व्यवस्था के मुताबिक पश्चिमी तट पर जो बैरिकेड लगाए गए हैं, उन्हें ही सीमा माना जाना चाहिए, न कि 1967 के मुताबिक. फलीस्तीन चाहता है कि 1967 की रेखा को सरहद माना जाना चाहिए. 46 साल पहले छह दिन की जंग में इस्राएल ने पश्चिमी तट और गजा पर कब्जा कर लिया था, जिसमें पूर्वी येरुशलम भी शामिल था. इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू ने ऐसी किसी संभावना से पहले ही इनकार कर दिया है.

एजेए/ओएसजे (एएफपी)

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