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मरे सांप को ढ़ूंढने पर 60 लाख का खर्चा

११ अप्रैल २०१०

जिंदा हाथी लाख का और मरा तो सवा लाख का. यह कहावत हाथी जैसे बड़े जानवर पर तो फिट बैठ सकती है, लेकिन एक मरे हुए कोबरा सांप को ढूंढने के लिए कोई 60 लाख रुपये खर्च कर डाले, तो इसे आप क्या कहेंगे.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

मामला जर्मनी के म्यूलहाइम शहर का है. 19 साल के एक नौजवान को सांप पालने का शौक चढ़ा. 70 यूरो यानी करीब चार हजार रुपये में वह पास के बाजार से एक कोबरा भी खरीद लाया. लेकिन जिस बॉक्स में इस सांप को रखा गया, वह पिछले महीने उससे निकल गया. कोबरा जैसे जहरीले सांप के इस तरह निकल भागने की खबर जब अधिकारियों को मिली, तो उनके कान खड़े हो गए.

फायर ब्रिगेड ने तुरंत उस इमारत में मौजूद सारे अपार्टमेंट खाली करा लिए और जिस अपार्टमेंट से सांप भागा, उसका सारा फर्नीचर निकालकर वहां आग लगा दी. इसके बाद बिल्डिंग के सभी दरवाजों और खिड़कियों को बंद कर दिया, ताकि सांप इमारत से न निकल सके. साथ ही उसे पकड़ने के लिए बड़े बड़े जाल बिछाए गए.

बड़ी मशक्कत के बाद, सांप अपने मालिक के फ्लैट की छत पर मरा पाया गया. लेकिन तब तक इस पूरे तामझाम पर एक लाख यूरो यानी साठ लाख रुपये खर्च हो चुके थे. सिटी काउंसिल के प्रवक्ता फोल्कर वीबेल्स कहते हैं, "सांप को ढूढने के लिए हमें अपनी पूरी ताकत झोंकनी पड़ी. इसके मालिक को सांप भले ही सस्ते में मिल गया हो लेकिन बहुत महंगा पडा."

एक लाख यूरो में से 40 हजार तो करदाताओं के खाते में जाएंगे क्योंकि एक फुट लंबे जहरीले सांप से किसी की भी जान को खतरा हो सकता था. वहीं 60 हजार यूरो की राशि सांप के मालिक को चुकानी होगी. लेकिन 19 साल का यह नौजवान बेरोजगार है. ऐसे में यह साफ नहीं है कि वह इतनी बड़ी रकम को चुकाएगा कैसे.

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए कुमार

संपादनः एस गौड़