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महबूबा मुफ्ती ने पीएम की अपील ठुकराई

११ जुलाई २०१०

अपने रुख में बदलाव न लाते हुए पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सर्वदलीय बैठक में शामिल होने की पीएम के अनुरोध को ठुकरा दिया है. कश्मीर में पसरे तनाव पर होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होने का मनमोहन सिंह ने किया है अनुरोध.

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तस्वीर: UNI

भारतीय कश्मीर में पसरे तनाव पर चर्चा के लिए होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती से अपील कर चुके हैं.

महबूबा ने कहा, "प्रधानमंत्री ने मुझसे बात की और उनका मैं काफी सम्मान करती हूं. उन्होंने मुझे बैठक में आने के लिए कहा लेकिन उन्हें मना करते हुए मुझे काफी दुख हुआ. कश्मीर में हालात जितने खराब हैं, उन्हें राज्य सरकार के स्तर पर हल नहीं किया जा सकता. इसके लिए बड़ा कदम उठाए जाने की जरूरत है."

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कश्मीर मामले पर विचार विमर्श के लिए सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने महबूबा मुफ्ती से शनिवार को बात कर बैठक में शामिल होने की अपील की थी. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रधानमंत्री ने महबूबा मुफ्ती को समझाने की कोशिश की है कि वर्तमान हालात के मद्देनजर सरकार और विपक्ष का एक साथ खड़े होना जरूरी है.

Sonia Gandhi und Manmohan Singh
तस्वीर: UNI

शनिवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने भी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शनों से निपटने के लिए प्रयासों का हिस्सा बनने और सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने की अपील की. लेकिन राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी पीडीपी पार्टी अभी इन कोशिशों का हिस्सा बनती नजर नहीं आ रही है. महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि बैठक का कोई नतीजा नहीं निकलेगा और इसलिए इसमें शामिल होने का कोई औचित्य नहीं है.

पीडीपी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि उमर ने महबूबा मुफ्ती को खत लिख कर कहा कि उसके बैठक में हिस्सा न लेने के फैसले से उन्हें दुख हुआ है. वह महबूबा मुफ्ती से अनुरोध करते हैं कि वह बैठक में आएं. उमर अब्दुल्लाह ने महबूबा मुफ्ती से फोन पर भी बात की है.

सर्वदलीय बैठक में आने का निमंत्रण 12 राजनीतिक दलों और संगठनों को दिया गया है. इनमें नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी, बीजेपी, पैंथर्स पार्टी, सीपीएम, सीपीआई, पीपल्स डेमोक्रेटिक फॉरम, डेमोक्रेटिक पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी हैं.

रविवार को अलगाववादियों ने श्रीनगर में बंद का आह्वान किया था जिसके बाद सुरक्षा बलों ने कई इलाकों में बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है और इससे कर्फ्यू जैसे हालात पैदा हो गए हैं. भारतीय कश्मीर में कई युवकों की पुलिस फायरिंग और कुछ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने पर विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं. कर्फ्यू के बावजूद लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह