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मां ने झुकाया पुलिस को

२ जुलाई २०१३

घुटने पर झुकी मां ने चीन की पुलिस को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. बेटी के बलात्कारियों को सजा दिलाने की मांग पर अड़ी एक मां को चीन की पुलिस ने सजा दे दी, अब अदालती कार्रवाई के बाद उसी पुलिस को माफी मांगनी पड़ी.

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तस्वीर: Reuters

चीन के एक पुलिस अधिकारी ने बेटी का बलात्कार और अपहरण झेल चुकी मां को कठिन काम की सजा देने के लिए माफी मांगी है. पुलिस अधिकारी ने कोर्ट में महिला के लिए मुआवाजे पर सुनवाई के दौरान माफी मांगी.

घुटनों पर झुकी मां

तांग हुई को "काम के जरिए फिर पढ़ाई" कराने वाले शिविर में 18 महीने की सजा दी गई थी. उसका जुर्म यह था कि उसने अपनी बेटी के हमलावरों को सजा देने की मांग की थी. तांग हुई को सजा देने पर आम जनता ने भारी आक्रोश जताया और पिछले साल अगस्त में सजा शुरू होने के एक हफ्ते बाद ही अधिकारियों को उन्हें रिहा करना पड़ा. चीन के अखबार बीजिंग टाइम्स ने खबर दी, "काम के जरिए फिर से पढ़ाई कमेटी के प्रमुख कोर्ट में हाजिर हुए और पर्याप्त मानवता और ध्यान के साथ काम न करने पर माफी मांगी." पुलिस अधिकारी जियांग जियांक्सिआंग ने "स्थानीय सरकार के साथ मिल कर तांग का ध्यान रखने" का वादा भी किया.

पुलिस प्रमुख होने के साथ ही जियांग तांग के गृह शहर योंगझू के डिप्टी मेयर भी हैं. इसी साल तोंग ने सजा के दौरान किए काम के लिए करीब 240 डॉलर के मुआवजे की मांग की थी लेकिन उसकी याचिका खारिज कर दी गई, बाद में उसने दोबारा अपील की. चीन का ट्वीटर माने जाने वाले सीना वाइबो पर कोर्ट के आधिकारिक अकाउंट से कहा गया, "सुनवाई पूरी हो गई है. भविष्य में किसी तारीख को फैसला सुनाया जाएगा." कोर्ट में सुनवाई के दौरान 50 पत्रकारों समेत 200 से ज्यादा लोग मौजूद थे. यह जानकारी सीना वाइबो पर कोर्ट के संदेशों से मिली है. इसमें अदालती रूम की कुछ तस्वीरें भी डाली गई हैं.

2006 में तांग की 11 साल की बेटी का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया गया और फिर उसे देह व्यापार के लिए विवश किया गया. तांग ने इंसाफ की मांग की और पुलिस पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया. तांग ने मांग पर जोर डालने के लिए हुनान के हाई कोर्ट के बाहर घुटनों के बल झुक कर फरियाद की और बीजिंग आ कर उच्च प्रशासन में याचिका दायर की. स्थानीय अधिकारी इन हरकतों से चिढ़ गए. हालांकि मामले के दोषियों पर कार्रवाई की भी कोशिश चलती रही. आखिरकार जून 2012 में सात लोगों को सजा हुई. इनमें दो लोगों को मौत, चार को उम्र कैद और एक शख्स को 15 साल कैद की सजा सुनाई गई.

तांग इसके बाद भी कार्रवाई की मांग करती रहीं. वह पुलिसवालों पर कार्रवाई के लिए दबाव बना रही थीं. दो महीने बाद उन्हें मजदूरी की सजा का पत्र मिला. इस पत्र में उन पर "सामाजिक व्यवस्था में गंभीर रूप से गड़बड़ी फैलाने और समाज पर नकारात्मक असर डालने" का दोषी माना गया. चीन में काम के जरिए फिर पढ़ाई का तंत्र पुलिस को बिना अदालती कार्यवाही के चार साल तक की सजा देने का अधिकार देता है.

एनआर/एजेए (एएफपी)