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म्यूनिख ने दी बर्लिन को मात

३० अगस्त २०१३

यूरो 2020 की मेजबानी की दौड़ में जर्मन शहर म्यूनिख ने राजधानी बर्लिन को मात दे दी है. अगले साल टूर्नामेंट के मेजबान शहरों का चुनाव होगा. शुक्रवार को जर्मन फुटबॉल महासंघ ने मेजबानी की उम्मीदवारी के लिए म्यूनिख को चुना.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

फुटबॉल महासंघ ने फ्रैंकफर्ट में हुई बैठक में बर्लिन के 74,000 सीटों वाले स्टेडियम की जगह म्यूनिख के 69,000 सीटों वाले अलियांस अरेना को प्राथमिकता दी है. फैसले की घोषणा करते हुए डीएफबी के प्रमुख नीयर्सबाख ने कहा, "यह आसान नहीं था क्योंकि म्यूनिख और बर्लिन के रूप में हमारे सामने दो तगड़े उम्मीदवार थे. हमें पूरा भरोसा है कि म्यूनिख के साथ यूरो 2020 के लिए पैकेज पाने के हमारे पास अच्छे मौके हैं."

म्यूनिख के अरेना ने 2006 के वर्ल्ड कप उद्घाटन मैच और 2012 के चैंपियंस लीग फाइनल सहित कई महत्वपूर्ण मैचों की मेजबानी की है. वह पिछले सीजन बुंडेसलीगा के साथ चैंपियंस लीग और डीएफबी कप जीतने वाली बायर्न म्यूनिख टीम का मुख्यालय भी है. म्यूनिख में सेकंड डिवीजन में खेलने वाली दूसरी टीम 1860 म्यूनिख भी है. बर्लिन के स्टेडियम ने 2006 में वर्ल्ड कप के फाइनल मैच की मेजबानी की थी और वहां 2015 मं चैंपियंस लीग का फाइनल खेला जाएगा. वहां 2009 में विश्व एथेलेटिक्स चैंपियनशिप भी हुई थी.

डीएफबी यूरो 2012 के लिए दो पैकेजों की उम्मीदवारी कर सकता है. पहले पैकेज में ग्रुप स्तर के तीन मैचों के अलावा प्रीक्वार्टर फाइनल का एक राउंड या क्वार्टर फाइनल का एक मैच शामिल है. जबकि दूसरे पैकेज में सेमी फाइनल और फाइनल मैच शामिल है. यह पहला यूरो टूर्नामेंट होगा जो 13 देशों में खेला जाएगा.

हालांकि जर्मनी सिर्फ तभी ग्रुप स्तर के मैचों के लिए उम्मीदावरी कर पाएगा, यदि 7 सितंबर को होने वाले चुनाव में तुर्की का इस्तांबुल शहर 2020 में ओलंपिक की मेजबानी पाने में विफल रहता है. उस हालत में इस्तांबुल को यूरो टूर्नामेंट के सेमी फाइनल और फाइनल की मेजबानी दिए जाने की संभावना है और जर्मन फुटबॉल संघ इसका समर्थन करेगा.

उम्मीदवारी का आवेदन 12 सितंबर तक दिया जाना है, जबकि यूरोपीय फुटबॉल संघ यूएफा सितंबर 2014 में 13 मेजबान शहरों का चुनाव करेगा. मैचों की मेजबानी जर्मनी को मिलने की बहुत अधिक संभावना है, क्योंकि वह यूरोप के अत्यंत महत्वपूर्ण और सफल फुटबॉल बाजारों में शामिल है. 60 लाख सदस्यों के साथ डीएफबी दुनिया का सबसे बड़ा खेल संगठन है.

एमजे/एनआर (डीपीए)