1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

यासीन भटकल समेत पांच को मौत की सजा

१९ दिसम्बर २०१६

हैदराबाद के दिलसुखनगर इलाके में 2013 में हुए बम धमाकों के सिलसिले में यासीन भटकल और चार अन्य को मौत की सजा सुनाई गई है. इन धमाकों में 18 लोग मारे गए थे जबकि 130 घायल हुए थे.

https://p.dw.com/p/2UWp9
Indien Hyderabad Anschlag Explosion Bomben Fahrrad Markt
तस्वीर: Reuters

यह पहला मामला है जिसमें यासीन भटकल समेत इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों को आतंकवादी हमलों का दोषी करार दिया गया है. भटकल को इंडियन मुजाहिदीन का सह-संस्थापक बताया जाता है. फरवरी 2013 में दिलसुखनगर के एक व्यस्त खरीदारी वाले इलाके में धमाके हुए थे. इसके कई महीनों बाद, अगस्त 2013 में भटकल को नेपाल की सीमा के नजदीक बिहार से गिरफ्तार किया गया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अपने भाई यासीन भटकल के साथ मिलकर इंडियन मुजाहिदीन बनाने वाला रियाज भटकल भी इस मामले में मुख्य आरोपी है. फिलहाल वह फरार है और माना जाता है कि पाकिस्तान में है. इंडियन मुजाहिदीन पर भारत में 2010 में प्रतिबंध लगा दिया गया था.

देखिए दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी गुट

सोमवार को अदालत का फैसला आने के बाद अभियोजक पक्ष के सुरेंद्र राव ने पत्रकारों को बताया, "अदालत ने पांचों को फांसी पर लटकाकर मौत देने की सजा सुनाई है. अब यह मामला मौत की सजा की पुष्टि के लिए राज्य के हाई कोर्ट में जाएगा.” हैदराबाद की विशेष अदालत ने 157 चश्मदीदों की गवाही सुनने के बाद यह फैसला दिया. उधर अभियुक्तों के वकीलों का कहना है कि वे हाई कोर्ट में अपील करेंगे.

बताया जाता है कि इंडियन मुजाहिदीन के तार पाकिस्तान स्थित चरमपंथी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं और इसे 2005 के बाद भारत में होने वाले कई हमलों में शामिल बताया जाता है. इन हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए थे.

एके/आरपी (डीपीए)