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यूगांडा में धमाके, 74 की मौत

१२ जुलाई २०१०

अफ्रीकी देश यूगांडा में वर्ल्ड कप फाइनल देखने के लिए जमा फुटबॉल प्रेमियों से भरे दो बारों में हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 74 हो गई है. पुलिस को इस हमले के पीछे सोमाली गुट अल शबाब का हाथ होने की आशंका है.

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फुटबॉल प्रेमियों पर निशानातस्वीर: picture-alliance/dpa

एक धमाका राजधानी कंपाला के इथोपियन विलेज रेस्त्रां में हुआ. काबालागाला जिले में स्थित यह रेस्त्रां स्थानीय लोगों के बीच खासा लोकप्रिय है और वहां बहुत से विदेशी सैलानी भी जाते हैं. रविवार की रात स्पेन और हॉलैंड के बीच हुए वर्ल्ड कप फाइनल को देखने के लिए वहां बेशुमार लोग जुटे थे. दूसरा धमाका शहर के एक रग्बी क्लब में हुआ. वहां भी उस समय वर्ल्ड कप फाइनल मैच का सीधा प्रसारण देखा जा रहा था.

सरकारी प्रवक्ता फ्रैड ओपोलोट ने बताया, "धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 74 हो गई है." पुलिस के मुताबिक मृतकों में 10 का संबंध इथोपिया या इरिट्रिया से है. इससे पहले अमेरिकी दूतावास ने पुष्टि की कि मरने वालों में एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है.

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इन धमाकों की निंदा की है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में यूगांडा को हर तरह की मदद का वादा किया है. अभी तक किसी गुट ने इन धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन सोमालिया में सक्रिय अल कायदा से जुड़ा चरमपंथी गुट अल शबाब यूगांडा में हमलों की धमकी देता रहा है क्योंकि उसने सोमालिया में पश्चिम के समर्थन वाली सरकार की मदद के लिए अपने शांति सैनिक भेजे हैं.

रग्बी क्लब में एक चश्मदीद ने बताया, "हम वर्ल्ड कप का फाइनल देख रहे थे. जब मैच खत्म में सिर्फ तीन मिनट बचे, तभी धमाका हो गया. बहुत जोरदार धमाका था." पुलिस ने विस्टोफ वाली जगहों को चारों तरफ से घेर लिया है और खोजी कुत्तों की मदद से इलाके की छानबीन की जा रही है. पुलिस का कहना है कि यह संभव है कि इन धमाकों के जरिए विदेशी लोगों को निशाना बनाने की कोशिश की गई हो.

इथोपिया के सैनिकों ने सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से इस्लामी कट्टरपंथियों को बाहर करने के लिए 2006 में सोमालिया पर हमला किया था. तभी से वहां इस्लामी उग्रवाद जारी है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः प्रिया एसेलबोर्न