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यूरोपीय फुटबॉल का दीवाना ब्राजील

२८ मार्च २०१३

ब्राजील में रहने वाले मारियो सोरेस बहुत कम अंग्रेजी जानते हैं. लेकिन उनका एक फेसबुक पेज है, जिस पर वह इंग्लिश फुटबॉल के बारे में हर छोटी बड़ी खबर लोगों तक अनुवाद करके पहुंचाते हैं. ब्राजील में इंग्लिश फुटबॉल का क्या काम?

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तस्वीर: Reuters

20 साल के सोरेस को अच्छी अंग्रेजी नहीं आती, लिहाजा वह गूगल अनुवाद से तर्जुमा करते हैं. वह नॉटिंघम फॉरेस्ट टीम के बारे में लोगों को बताते रहते हैं. उन्हें इस काम में दिन भर में काफी घंटे खर्च करने पड़ते हैं. उनका कहना है, "शुरू में मेरे दोस्तों को लगा कि मैं पागलपन कर रहा हूं लेकिन अब जब मैंने उन्हें क्लब के इतिहास के बारे में बताया, तो वे इससे जुड़ रहे हैं."

हाल के दिनों में यूरोपीय फुटबॉल उफान पर है और स्पेन खास तौर पर बहुत बड़ी टीम बन कर उभरा है. ब्राजील का फुटबॉल इन दिनों भ्रष्टाचार की मार झेल रहा है और वहां सैटेलाइट टेलीविजन पर यूरोपीय फुटबॉल उपलब्ध है. लिहाजा, लोग विदेशी फुटबॉल प्रतियोगिताओं में भी दिलचस्पी लेने लगे हैं.

खेल सलाहकार कंपनी प्लूरी के निदेशक फर्नांडो फरेरा का कहना है, "धीरे धीरे यूरोपीय फुटबॉल ब्राजील के लोगों के दिलो दिमाग पर हावी होने लगा है. खास तौर पर युवा वर्ग के, जो उन प्रतियोगिताओं से ज्यादा आकर्षित होते हैं." उनके मुताबिक ब्राजील के लोग अब घर में भले अपनी टीम को सपोर्ट करें लेकिन विदेशों में दूसरी टीम का साथ दे सकते हैं.

ऐसी बात अगर किसी दूसरे देश में होती तो कोई बात नहीं. लेकिन ब्राजील को फुटबॉल का शहंशाह कहते हैं और यह देश पेले, जीको और रोनाल्डो का देश है, जो रिकॉर्ड पांच बार फुटबॉल का विश्व कप जीत चुका है.

ब्राजील के अंदर भी मजबूत प्रतियोगिता वाला टूर्नामेंट होता है और पूरी दुनिया में उन्हें मजबूत खिलाड़ी देने वाले देश के रूप में जाना जाता है. फिर उन्हें यूरोप की तरफ देखने की क्या जरूरत.

इसके कुछ जवाब ब्राजील की अर्थव्यवस्था से मिल सकते हैं. पिछले छह साल में करीब तीन करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं और वहां तकनीक लगातार सस्ती होती गई है. लोगों की पहुंच केबल टीवी से बढ़ी है और लगभग दो करोड़ नए लोग इससे जुड़ चुके हैं.

ब्राजील केबल टीवी ब्रॉडकास्टर हर हफ्ते इंग्लिश लीग के नौ मैच दिखाते हैं. इसके अलावा इटली और स्पेन के मैच भी दिखाए जाते हैं. अब तो स्थिति ऐसी जगह पहुंच गई है कि ब्राजील के जिन स्टेडियमों में दुनिया के सबसे ताकतवर फुटबॉलर खेल रहे होते हैं, वे आधे भी नहीं भरते हैं.

ब्राजील दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और बेहद महंगा होता जा रहा है. किसी भी चार सदस्यों के परिवार के लिए टिकट खरीद कर स्टेडियम जाने से सस्ता घर पर केबल टीवी का पैकेज लेना है, जहां और भी मैच देखे जा सकते हैं.

ब्राजील में विदेशी टीमों की जर्सी की बिक्री पिछले साल 50 फीसदी बढ़ गई. सबसे ज्यादा रियाल मैड्रिड, बार्सिलोना और पेरिस सेंट जर्मां की टीमों की जर्सियां बिक रही हैं. विदेशी क्लब भी ब्राजील के लोगों से जुड़ रहे हैं. लिवरपूल ने हाल ही में ट्विटर अकाउंट पुर्तगाली में खोला है, जो ब्राजील की भाषा है.

एजेए/एमजे (रॉयटर्स)

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