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यूरोपीय विदेश मंत्रियों को गज़ा पट्टी आने का न्यौता

२६ जून २०१०

इस्राएल ने यूरोपीय देशों के विदेशमंत्रियों को गजा पट्टी आने का न्यौता दिया है. जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने इसका स्वागत किया है और इसे सकारात्मक संकेत माना है.

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यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों को न्यौतातस्वीर: AP

जर्मन विदेश मंत्री वेस्टरवेले मानते हैं कि विदेश मंत्रियों को गज़ा आने का न्यौता देकर इस्रायली सरकार ने अपने नीतियों में बदलाव के सकारात्मक संकेत दिये हैं. उत्तरी यूरोप के दौरे पर गए विदेश मंत्री वेस्टरवेले रूमानिया की राजधानी बुकारेस्ट में थोड़ी देर के लिए रुके थे और पत्रकारों से बात कर रहे थे. वेस्टरवेले का कहना है कि ये अच्छा संकेत है और यूरोप ने अपनी भूमिका ठीक से निभाई है. जर्मन विदेश मंत्री ने कहा 'मैंने इटली के विदेशमंत्री से बात की है और हमने इस न्यौते पर गंभीरता से विचार करने का फैसला किया है.'

Franco Frattini and Guido Westerwelle un Rumänien
इस्राएली न्यौते का स्वागततस्वीर: picture alliance/dpa

कुछ ही दिन पहले इस्राएल के दौरे पर गए जर्मन विकास सहायता मंत्री डिर्क नीबेल को गजा पट्टी जाने से रोक दिया गया था. जर्मन मंत्री वहां एक सीवेज प्लांट के निर्माण का काम देखने जाना चाहते थे. उधर इटली के विदेश मंत्री फ्रांको फ्राटिनी ने भी कहा है कि उन्हें इस्राएल का प्रस्ताव मिल गया है और वो जल्दी ही यूरोप और दूसरे देशों से चर्चा करने के बाद इस पर फैसला करेंगे.

Lockerung der Gaza Blockaden
गज़ा की नाकेबंदीतस्वीर: AP

इस्राएल ने आधिकारिक रूप से इटली के विदेश मंत्री फ्रांको फ्राटिनी को यूरोपीय विदेश मंत्रियों को साथ लेकर गजा पट्टी आने का न्यौता दिया है. कट्टरपंथी हमास के शासन वाले फिलीस्तीनी इलाके पर लंबे समय से चले आ रहे नाकेबंदी के बाद इसे इस्राएल की नीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है. गज़ा को दुनिया से अलग थलग रखने की उसकी कोशिशों की दुनिया भर में आलोचना हुई है. यहां तक कि इस्राएल की इस नाकेबंदी के कारण गज़ा में में राहत और बचाव का काम भी मुश्किल हो गया. पिछले हफ़्ते ही इस्राएल ने जमीनी नाकेबंदी में ढील देने का भी एलान किया है. चार साल पहले हमास द्वारा एक इस्रायली सैनिक को गिरफ़्तार किये जाने के बाद इस्रायल ने गजा़ पट्टी की सीमा को संगीनों के साये में कैद कर दिया.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः महेश झा